6 मीटर दूर 41 मजदूर, टनल से बाहर लाने में लगेगा कितना समय?
Uttarakhand tunnel rescue operation : उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। दावा किया जा रहा था कि आज सुबह तक सभी मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाल लिया जाएगा। बहरहाल मशीन खराब होने की वजह से एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित हुआ।
इस बीच NDRF के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि अभी वेल्डिंग का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि 6 मीटर पाइपलाइन की ड्रिलिंग अभी बाकी है। सब ठीक रहा तो रात तक मजदूर बाहर आ सकते हैं।
वहीं उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि जो बाधाएं आनी थीं उसे हम पार कर चुके हैं। अगले 14-15 घंटों में हम 60 मीटर तक पार कर लेंगे, ड्रिलिंग का काम जारी है। 12 से 14 घंटे हमें वहां पहुंचने में लगेंगे। उसके बाद वहां श्रमिकों को एकत्र करके NDRF की सहायता से बाहर निकालने में 2-3 घंटे का समय लग सकता है।'
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 45 मीटर पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। बचाव अपने अंतिम चरण में है। कुछ बाधाएं आ रही हैं लेकिन हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जल्द से जल्द सभी श्रमिक बाहर आएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हर दिन बचाव अभियान पर अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने आज भी अपडेट लिया है। हमारे एक्सपर्ट्स मजदूरों को बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
उत्तरकाशी के डीएम अभिषेक रूहेला ने बताया कि अभी जो बचाव कार्य चल रहा है उसमें कुछ चुनौतियां आ रही हैं। उससे निजात पाने के लिए कुछ विशेषज्ञों को बुलाया गया है। उनके सलाह के आधार पर बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। काम करने वाले लोगों की सुरक्षा भी आवश्यक है।
गौरतलब है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे मलबे के दूसरी ओर 41 श्रमिक फंस गए। इन श्रमिकों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है। श्रमिकों तक पहुंचने के लिए अब मलबे को केवल 6 मीटर भेदा जाना शेष है।
इस बीच, श्रमिकों के बाहर आते ही उन्हें चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए घटनास्थल से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों का अस्पताल तैयार किया गया है। सुरंग के बाहर भी चिकित्सकों तथा उपकरणों से लैस एंबुलेंस तैयार खड़ी हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह भी बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी घटनास्थल के पास मातली में मौजूद हैं।