टनल से कैसे बाहर आएंगे मजदूर, क्या है NDRF का प्लान?
Uttarkashi tunnel rescue : उत्तरकाशी में 12 नवंबर को सुरंग में धंसने से उसमें फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है। सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को एक-एक कर बाहर लाने के लिए NDRF की 15 सदस्यीय टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
NDRF के सेकंड इन कमांड रवि शंकर बधानी के अनुसार, एनडीआरएफ के जवानों ने इसका अभ्यास कर लिया है कि कैसे पाइप के जरिए मलबे के दूसरी ओर जाना है जहां श्रमिक फंसे हुए हैं। लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए चिकित्सकों की एक टीम को सुरंग के अंदर तैनात किया गया है जबकि एंबुलेंस बाहर तैयार खड़ी हैं।
बताया जा रहा है कि योजना के अनुसार, पहिए लगे कम उंचाई के स्ट्रेचर को मलबे के दूसरी ओर ले जाया जाएगा जहां श्रमिक फंसे हुए हैं। ऑक्सीजन किट पहनकर एनडीआरएफ के जवान एक स्ट्रेचर, एक रस्सी और श्रमिकों के लिए ऑक्सीजन किट लेकर पाइप में रेंगते हुए उन तक पहुंचेंगे।
स्ट्रेचर को रस्सियों से दोनों तरफ से बांधा जाएगा और एक-एक कर इन श्रमिकों को बाहर निकाला जाएगा। एनडीआरएफ की एक टीम दूसरी तरफ तब तक रहेगी जब तक कि प्रत्येक श्रमिक बाहर नहीं आ जायेगा।
सुरंग के बाहर खड़ी 41 एंबुलेंस श्रमिकों को घटनास्थल से 30 किलोमीटर दूर स्थित चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाएंगी जहां उनके लिए 41 बिस्तरों के साथ एक अलग वार्ड बनाया गया है। (एजेंसियां)
Edited by : Nrapendra Gupta