NEET UG exam rigging case : केंद्रीय अन्वेषण बयूरो (सीबीआई) की एक टीम 5 मई को हुई राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET UG) में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सोमवार को गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित गोधरा शहर पहुंची और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से मिली। उन्होंने कहा, मामले की जांच के लिए हम उन्हें हरसंभव सहयोग देंगे।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गोधरा पुलिस ने 27 उम्मीदवारों से 10-10 लाख रुपए लेकर नीट-यूजी उत्तीर्ण कराने में उनकी मदद करने की कोशिश के लिए आठ मई को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया था।
पंचमहल के पुलिस अधीक्षक, हिमांशु सोलंकी ने कहा कि सीबीआई की एक टीम गोधरा पहुंची और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से मिली। उन्होंने कहा, मामले की जांच के लिए हम उन्हें हरसंभव सहयोग देंगे। प्रश्न पत्र लीक के दावों की जांच को लेकर छात्रों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और मुकदमेबाजी के बीच सीबीआई ने रविवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक नई प्राथमिकी दर्ज की थी।
गुजरात के गृह विभाग ने रविवार को राज्य पुलिस द्वारा दर्ज नीट-यूजी प्रश्नपत्र लीक के मामलों को सीबीआई को हस्तांतरित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की जिससे केंद्रीय एजेंसी के जांच की जिम्मेदारी संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया। देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा नीट-यूजी का आयोजन किया जाता है।
गुजरात पुलिस ने नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के मामले में अब तक गोधरा के एक स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। नौ मई को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए पांच मई को आयोजित नीट-यूजी के केंद्र के रूप में नामित गोधरा के स्कूल में सक्रिय गिरोह का खुलासा तब हुआ जब जिलाधिकारी को सूचना मिली कि कुछ लोग कदाचार में शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक सोलंकी ने पहले कहा था कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में तुषार भट्ट, स्कूल के प्रिंसिपल परषोत्तम शर्मा, वडोदरा स्थित शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उनके सहयोगी विभोर आनंद और कथित बिचौलिए आरिफ वोहरा शामिल हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर गोधरा तालुका पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार भट्ट से सात लाख रुपए नकद बरामद किए गए थे जो जय जलाराम स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। भट्ट को शहर में नीट-यूजी के लिए उपकेंद्र अधीक्षक नियुक्त किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, उन 27 छात्रों में से, जिन्होंने या तो अग्रिम भुगतान किया था या रॉय और अन्य को पैसे देने पर सहमति व्यक्त की थी, केवल तीन ही परीक्षा पास कर पाए। प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपियों ने अभ्यर्थियों से कहा कि वे केवल उन प्रश्नों को हल करें जिन्हें वे जानते हैं और अन्य को खाली छोड़ दें क्योंकि उन्हें परीक्षा के बाद उत्तर पत्रक एकत्र करने के उपरांत भरा जाएगा।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour