UN Speech में मोदी बोले- भारत ने Coronavirus की लड़ाई को जन आंदोलन बनाया
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र (UN) सुरक्षा परिषद की अस्थायी सीट पर भारत के निर्वाचन के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने कोरोनावायरस (Coronavirus) की लड़ाई को जन आंदोलन बनाया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) की तत्कालीन चुनौतियों के अलावा जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियां हमारी प्राथमिकता में है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी देशों के धैर्य की कठिन परीक्षा ली है। भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया। कोविड के खिलाफ लड़ाई में हमारे जमीनी स्तर की स्वास्थ्य प्रणाली भारत को दुनिया में इस संक्रमण से उबरने की सबसे बेहतर दर सुनिश्चित में मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ आज की दुनिया में इसकी भूमिका और महत्ता के आकलन का अवसर है। भारत का दृढ़ मत है कि स्थायी शांति और समृद्धि को बहुपक्षीय माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है।
मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के कामों में भारत ने अपना योगदान दिया है। आज हम 2030 के एजेंडा और स्थायी विकास के लक्ष्यों में अपना योगदान कर रहे हैं। हम जानते हैं कि हमारी जिम्मेदारी क्या है। हमें पता है कि यदि हम विकास के लक्ष्यों को पूरा करते हैं तो ग्लोबल लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
मोदी ने यह भी कहा कि भारत ने शुरुआत से ही संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों को समर्थन दिया है। ECOSOC के पहले अध्यक्ष भारतीय थे। हमने हमेशा विश्व शांति और समृद्धि की बात की है। फिर चाहे भूकंप, चक्रवात, इबोला संकट या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है। कोरोना के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता उपलब्ध कराई है। हमारा सिद्धांत सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास है।
मोदी ने भारत में चल रहे विकास कार्यक्रमों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की ओर से चलाई जा रही आयुष्मान भारत योजना कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद कर रही है। हमने 6 हजार गांवों में स्वच्छता का लक्ष्य हासिल किया। हमने 10 करोड़ से ज्यादा घरों में शौचालय बनाए। 6 साल में हमने 40 करोड़ जनधन खाते खोले हैं, जिनका लाभ गरीबों को मिल रहा है।