धरती पर जन्नत की हकीकत, इन मांओं का दर्द सुनकर आप भी रो पड़ेंगे...
जम्मू। कश्मीर में 5 दिनों के भीतर 7 नागरिकों में से जिन 4 अल्पसंख्यक लोगों की हत्या कर दी गई, उनमें से कई के दिलों में गम भी है और गुस्सा भी। तो हमले करने वाले आतंकी बदले की भावना को ही प्रदर्शित कर रहे थे।
स्कूल प्रिंसिपल सतिंदर कौर की मां का रो-रोक कर बुरा हाल था। वह आतंकियों को ललकारते हुए कह रही थीं कि उसकी जगह आतंकी मेरी हत्या कर देते। सतिंदर कौर का परिवार कश्मीर में आतंकवाद के बावजूद टिका हुआ था। जबकि स्कूल के अंदर ही आतंकियों का निशाना बना शिक्षक दीपक चंद जम्मू के पटौली मोड़ का रहने वाला था और वह अपने पिता लाल चंद की बरसी मनाकर रविवार को ही वापस कश्मीर गया था।
दीपक के साथ उसकी पत्नी व तीन वर्षीय बच्ची भी इंदिरा नगर में किराए के मकान में रहते थे, लेकिन इस बार वह अपनी पत्नी व बेटी को जम्मू में ही छोड़कर वापस कश्मीर गया था।
स्वर्ग नहीं नर्क है कश्मीर : दीपक के भाई का कहना था कि कश्मीर में जिस तरह से चुन-चुनकर अल्पसंख्यकों को आतंकी निशाना बना रहे हैं, उससे नहीं लगता कि वहां कोई कश्मीरी पंडित वापस जाना चाहेगा। उनका कहना था कि कश्मीर स्वर्ग नहीं बल्कि पूरी तरह से नरक बन चुका है। वहीं दीपक की मां भी अपने बेटे की मौत के बाद रो-रोकर बुरा हाल था। उनका कहना था कि उन्हें उनका बेटा वापस लौटा दो। हमें नहीं चाहिए सरकारी नौकरी। सरकार हमारे बच्चों को नौकरी का लालच देकर कश्मीर तो भेज रही है, लेकिन वहां उनकी सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नहीं है।
श्रीनगर में आतंकी हमले में मारे गए दवा कारोबारी माखन लाल बिंदरू के बेटे डॉ. सिद्धार्थ बिंदरू कहते थे कि उनके पिता सिद्धांतों के पक्के थे। किसी भी प्रकार की धमकी उनके पिता को कश्मीर के लोगों की सेवा से नहीं रोक सकती थी। कहते थे कि यह हमारी मातृभूमि है। 1990 से वे जानते थे कि जान को खतरा है, लेकिन वे एक बहादुर इंसान थे। उन्होंने कभी भी खतरे के कारण अच्छे कार्यों को नहीं रोका।
वहीं माखन लाल बिंदरू की बेटी ने आतंकियों और उनकी तंजीमों को ललकारते हुए कहा कि कश्मीरी पंडित कभी नहीं मरेंगे। आप सिर्फ शरीर खत्म कर सकते हो, आत्मा नहीं। केवल पत्थर और पीछे से गोली चला सकते हो, हिम्मत हो तो सामने आकर मुकाबला करो।
टीआरएफ ने कहा- और होंगे हमले : इन हत्याओं की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। अब इस संगठन ने दावा किया कि ऐसे हमले होते रहेंगे। माखन लाल बिंदरू की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट ने माखन लाल की बेटी को बुरा-भला भी कहा है। आतंकी समूह ने कश्मीरियों से उनकी हत्या पर शोक नहीं मनाने को भी कहा। साथ ही बिंदरू को आरएसएस कठपुतली के रूप में भी ब्रांडेड करने की कोशिश की। टीआरएफ ने यह भी कहा कि वह इस तरह के और हमले करेगा।