अहमदाबाद/शिमला। चुनावी बिसात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सटीक दाव एक बार फिर कांग्रेस पर भारी पड़े और भगवा पार्टी ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गुजरात की हुकूमत बरकरार रखते हुए हिमाचल की सत्ता भी अपने नाम कर ली।
प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में जहां भाजपा 99 सीटें जीतकर लगातार छठी बार सरकार बनाने जा रही है, वहीं हिमाचल प्रदेश की जनता ने सत्तारुढ़ दल को दूसरा मौका न देने की अपनी परंपरा निभाई। हिमाचल में भाजपा ने कुल 68 में से 44 सीटें जीत लीं, लेकिन उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल को कांग्रेस प्रत्याशी ने करीब 1900 वोटों से हरा दिया। गुजरात में दिनभर आंकड़े ऊपर-नीचे होते रहे, हालांकि भाजपा ने निर्णायक बढ़त बनाए रखी। शाम होते-होते भाजपा ने 182 सदस्यीय विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया।
चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में लगातार छठी बार सत्ता में काबिज होने जा रही भाजपा 182 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 99 जीती हैं, जबकि विपक्षी कांग्रेस ने 77 सीटें जीती हैं। राकांपा को एक और भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो सीटें मिली हैं। तीन सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। राज्य में साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 61 सीटें हासिल हुई थीं।
गुजरात में 150 सीटें हासिल करने का लक्ष्य रखने वाली भाजपा को इतनी सीटें नहीं मिलीं। उसे कांग्रेस और तीन युवा नेताओं- हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हिमाचल और गुजरात में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में कहा, यह मेरे लिए दोहरी खुशी है।
उन्होंने कहा कि वे खुश हैं कि गुजरात में उनके बाद मुख्यमंत्री बने लोगों ने विकास कार्य को जारी रखा। मोदी ने कहा, मैं एक बार फिर से पार्टी के परिश्रमी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई देता हूं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, मैं लोगों (गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के लोगों) को विश्वास दिलाता हूं कि हम इन राज्यों की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने और लोगों की अथक सेवा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वस्तुत: हार स्वीकार करते हुए कहा, कांग्रेस जनादेश को स्वीकार करती है और दोनों राज्यों में बनने जा रही नई सरकारों को बधाई देती है। कांग्रेस की ओर से कड़ी चुनौती मिलने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, जो जीता वही सिकंदर। भाजपा ने जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों का नतीजा बताया, जबकि कांग्रेस को इस बात से थोड़ी राहत मिली होगी कि गुजरात में उसकी सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है।
गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी ने जमकर चुनाव प्रचार किया तो दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पूरी ताकत झोंक दी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, यह विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विकास को वोट है।
भाजपा उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा, हमने लगातार विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के इतिहास में एक रिकॉर्ड बनाया है। सत्ता विरोधी लहर वहां काम नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बरकरार है। अमित शाह की रणनीति ने काम किया। जीत को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटकर और पटाखे जलाकर जश्न मनाया।
हिमाचल प्रदेश में भाजपा बड़ी जीत हासिल कर चुकी है, लेकिन उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल कांग्रेस के राजेंद्र राणा से हार गए। राज्य की कुल 68 सीटों में से 44 भाजपा के और 21 कांग्रेस के खाते में गई हैं। शेष दो सीटें निर्दलीय और एक माकपा उम्मीदवार के खाते में चली गईं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा, कांग्रेस की सीटों की संख्या बढ़ी है, जबकि भाजपा की सीटें कम हुई हैं। यह राहुल गांधी की राजनीतिक जीत है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी शुरुआत में राजकोट-पश्चिम सीट पर पीछे चल रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु को पराजित किया।
मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह आरकी और उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह शिमला (ग्रामीण) से जीत गए हैं। गुजरात में भाजपा को 49.1 फीसदी और कांग्रेस को 41.5 फीसदी वोट मिले। वर्ष 2012 में भाजपा को 47.85 फीसदी और कांग्रेस को 38.93 फीसदी वोट मिले थे। गुजरात में नौ और 14 दिसंबर तथा हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को मतदान हुआ था। (भाषा)