republic day 2024 : 1132 पुलिसकर्मी वीरता और सेवा पदक से सम्मानित, सबसे अधिक जम्मू-कश्मीर के
republic day 2024 : 75वें गणतंत्र दिवस (75th Republic Day) की पूर्व संध्या पर वीरता और सेवा पदक की विभिन्न श्रेणियों में 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया है। इसमें 277 वीरता पदक (gallantry medals) शामिल हैं। गुरुवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई। इनमें सबसे अधिक जम्मू-कश्मीर (gallantry medals) के पुलिसकर्मियों को पुरस्कार मिले हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार हाल में पदकों की समीक्षा के बाद गणतंत्र दिवस 2024 के अवसर पर पुलिस, दमकल सेवा, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा एवं सुधारात्मक सेवा के कुल 1,132 कर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। पदकों को अब वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी), वीरता के लिए पदक (जीएम), विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) और सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
इन्हें मिले पदक : बयान में कहा गया है कि 277 वीरता पुरस्कारों में से 119 वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर्मियों को और 133 जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के कर्मियों को दिए गए हैं। शीर्ष श्रेणी का पीएमजी पदक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 2 कर्मियों को 'कांगो गणराज्य (मोनुस्को) में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन' के तहत शांति स्थापना के प्रतिष्ठित कार्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए मरणोपरांत प्रदान किया गया है। दोनों बुटेम्बो में मोरक्कन रैपिड डिप्लॉयमेंट बटालियन (एमओआरडीबी) शिविर में बीएसएफ की 15वीं कांगो टुकड़ी का हिस्सा थे।
कांगो में कार्रवाई के दौरान 2 जवान शहीद : जुलाई 2022 में कांगो में कार्रवाई के दौरान बीएसएफ के हेड कांस्टेबल सांवला राम विश्नोई और शिशु पाल सिंह शहीद हो गए थे। बयान में कहा गया है कि पीएमजी और जीएम पदक क्रमश: 'वीरता के दुर्लभ विशिष्ट कार्य' और 'वीरता के विशिष्ट कार्य' के आधार पर प्रदान किए जाते हैं।
सबसे अधिक 72 वीरता पदक जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों को : सबसे अधिक 72 वीरता पदक जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों को मिले। उसके बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को 65, महाराष्ट्र से 18, छत्तीसगढ़ से 26, झारखंड से 23, ओडिशा से 15, दिल्ली पुलिस से 8 कर्मियों और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 21 जवानों को पदक दिए गए हैं।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)
Edited by: Ravindra Gupta