कांग्रेस धर्मप्रेमी, भाजपा के पेट में क्यों होता है दर्द : कमलनाथ
भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए रोड शो के दौरान कई हिन्दू प्रतीकों के इस्तेमाल के बाद पार्टी पर 'सॉफ्ट हिंदुत्व' की शरण में आने के आरोपों के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि पार्टी धर्मप्रेमी है और इससे भारतीय जनता पार्टी को पेट दर्द क्यों होता है।
कमलनाथ ने कहा कि हम लोग धर्मप्रेमी हैं, यह समझ नहीं आता है कि जब कांग्रेस धर्म की बात करती है तो भाजपा के पेट में क्यों दर्द होता है? सोमवार को हुए रोड शो के कार्यक्रम में बच्चियों से गांधी को तिलक लगाकर उनकी आरती करवाने पर भाजपा द्वारा सवाल उठाने के बारे में कमलनाथ ने कहा कि स्कूल के बच्चों को अपने राजनीतिक कार्यक्रम में बुलाने वाले कांग्रेस से किस मुंह से सवाल कर रहे हैं।
गांधी के कल के रोड शो की शुरुआत मंत्रोच्चार और कन्याओं द्वारा उनकी आरती उतारने के साथ हुई थी। रोड शो के दौरान कई कार्यकर्ता हाथों में गणेश प्रतिमा उठाए थे। इस कार्यक्रम के लिए राजधानी में लगे कई पोस्टरों में गांधी को शिवभक्त बताया गया था, वहीं कुछ होर्डिंग्स में उन्हें शिवलिंग का जलाभिषेक करते हुए दिखाया गया था।
गांधी कुछ दिन पहले ही कैलाश मानसरोवर की यात्रा करके भी लौटे हैं, ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस पर सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलने के आरोप लग रहे हैं। रोड शो के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि ये कार्यक्रम ऐतिहासिक और यादगार रहा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भोपाल के नागरिकों को लाखों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति से हुई असुविधा व परेशानी के लिए वे माफ़ी मांगते हैं। रोड शो के दौरान गांधी की एक बार फिर आंख मारती हुई तस्वीर वायरल होने पर कमलनाथ ने कहा कि ये मजाक का हिस्सा थी, जो सभी करते हैं और भाजपा इसे अनावश्यक तूल दे रही है।
गांधी की सभा स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का आदमकम कटआउट नहीं होने पर कमलनाथ ने कहा कि सिंह सम्मानीय हैं, उनका कटआउट नहीं लग पाना एक गलती है और वे इसके लिए उनसे माफ़ी मांगते हैं। कार्यक्रम स्थल पर गांधी, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कमलनाथ और मध्यप्रदेश में चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत नौ नेताओं के कटआउट लगे थे, लेकिन उनमें पूर्व मुख्यमंत्री सिंह का कटआउट नहीं था। (वार्ता)