शिवराज ने अपने बंगले का नाम रखा ‘मामा का घर’, कहा जनसेवा का यज्ञ चलता रहेगा
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार सुर्खियों में बने हुए है। शिवराज सिंह चौहान जहां अपने बयानों से चर्चा के केंद्र में बने हुए है वहीं अब उन्होंने राजधानी भोपाल के 74 बंगले स्थिति B-8 बंगला का नया नाम मामा का घर रख लिया है। अपने आवास का नया नाम रखने का कारण बताते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “पूरा प्रदेश मेरा परिवार है और परिवार के रिश्ते पदों से नहीं होते, वो दिल के रिश्ते होते हैं, आत्मा के रिश्ते होते हैं और दिल और आत्मा के रिश्ते पदों के साथ बदलते नहीं है। इसलिए भाई और बहन, भांजे- भांजियों से मेरा प्यार और विश्वास का रिश्ता है। इस रिश्ते की डोर कभी टूटेगी नहीं..!”
उन्होंने आगे कहा कि “अपने भाई-बहन और भांजे-भाँजियों की सेवा मैं लगातार करता रहूंगा। मैं जहां रहूंगा वो प्यार का घर होगा, मामा का घर इसलिए मामा का घर है। यहां से जनसेवा का यज्ञ लगातार चलता रहेगा। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के नाते, पार्टी द्वारा दिए गए कार्य को पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ करूंगा और जनता की सेवा निरंतर चलती रहेगी”।
इससे पहले मंगलवार को बुधनी में शिवराज सिंह चौहान का दिया एक बयान भी चर्चा में बना हुआ है। बुधनी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है,लेकिन वह किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पद तो आ जा सकता है, लेकिन मामा और भाई का पद कभी कोई नहीं छीन सकता है। मामा आपके बीच ही रहेगा, यहां से कहीं नहीं जाएगा।
वहीं बुधनी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री से एक बार फिर महिलाएं गले से लिपटकर रोने लगीं। इस दौरान शिवराज ने महिलाओं को ढांढस बंधाते हुए कहा कि वह उनके बीच ही रहेंगे और सरकार कोई भी योजना बंद नहीं करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहुत गंभीरता से कह रहा हूं कि तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाऊंगा। क्या इतने छोटे बच्चे कभी सभा में आते हैं। ये अपने मामा लिए आते हैं। बहनों की योजनाएं भी जारी रहेगी और भांजे-भांजियों के कल्याण में भी कोई कसर नहीं रहेगी। शिवराज ने कहा कि लाड़ली बहना के लिए हमने जो कहा है, वह हम करेंगे, सरकार भाजपा की है, कांग्रेस की थोड़े ही है।