कर्नाटक की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भाजपा नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की होड़
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है नेताओं के दल बदलने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने नेता टिकट की आस में अपना दल बदल रहा है। प्रदेश में सत्ता की वापसी की कोशिश में जुटी कांग्रेस इन दिनों भाजपा के नेताओं को तेजी से पार्टी में शामिल कर रही है। रविवार को भाजपा के दो दिग्गज नेताओं अवधेश नायक और राजकुमार धनोरा ने भोपाल में पीसीसी दफ्तर में कमलनाथ के हाथों कांग्रेस की सदस्यता ली।
संघ की पृष्ठिभूमि से ताल्लुक रखने वाले और दतिया से आने वाले भाजपा नेता अवधेश नायक और सागर से आने वाले राजकुमार धनोरा का कांग्रेस में शामिल होना भाजपा के लिए बड़ा झटका है। राजकुमार घनोरा को कांग्रेस सुरखी से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सामने चुनावी मैदान में उतार सकती है। दरअसल राजकुमार धनोरा मंत्री भूपेंद्र सिंह और सागर से भाजपा सांसद राजबहादुर सिंह के करीबी रिश्तेदार है। राजकुमार धनोरा पिछले काफी दिनों से सागर में मंत्री गोविंद सिहं राजपूत के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक कर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है।
वहीं दतिया से आने वाले भाजपा नेता अवधेश नायक भाजपा के बड़े ब्राह्म्ण चेहरे के तौर पर देखे जाते है। 2016 में शिवराज सरकार ने अवधेश नायक को मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अवधेश नायक पार्टी संगठन से नाराज चल रहे थे और अब चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए है। अब अवधेश नायक के गृहमंत्री नरोतम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ने की अटकलें है। दरअसल अवधेश नायक डबरा विधानसभा सीट से नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ 2008 में चुनाव लड़ चुके है लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
कमलनाथ का बड़ा बयान-प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि भाजपा के बहुत से नेता कांग्रेस में शामिल होने को तैयार है। कमलनाथ ने कहा कि पार्टी के स्थानीय नेता अगर इन नेताओं को स्वीकार करे तो रोज मैं तीन नेताओं जिनमें विधायक भी शामिल है खड़ा कर दूं। वहीं इमरती देवी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर कमलनाथ ने कहा कि हमारा सिंद्धात क्या है। अगर हमारे स्वीकार कर लें तो शिवराज सिंह का भी स्वागत है।
कमलनाथ के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है। पिछले दिनों जिस तरह कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा कई कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी उसी तरह सियासी परिदृश्य इन दिनों मध्यप्रदेश में भी दिखाई दे रहा है। ऐसे में सवाल क्या आने वाले भाजपा से जुड़े कई और चेहरे कांग्रेसमें शामिल होंगे।