कोहली का खुलासा, 19 बरस की उम्र में शुभमन का 10 प्रतिशत भी नहीं था
माउंट माउंगानुइ (न्यूजीलैंड)। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को कहा कि युवा शुभमन गिल को नेट्स पर बल्लेबाजी करते देख उन्होंने महसूस किया कि जब वे 19 बरस के थे तो इस बल्लेबाज के मुकाबले 10 प्रतिशत प्रतिभा भी उनमें नहीं थी।
कोहली ने कहा कि कुछ असाधारण प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। आपने देखा कि पृथ्वी शॉ ने मौकों का पूरा फायदा उठाया (विंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में)। शुभमन भी काफी रोमांचक प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि मैंने उसे नेट्स पर बल्लेबाजी करते हुए देखा और मैं हैरान था, जब मैं 19 बरस का था तो इसका 10 प्रतिशत भी नहीं था।
कोहली ने कहा कि उनके अंदर इसी तरह का आत्मविश्वास है और अगर स्तर में सुधार होता रहता है तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए शानदार है। टीम में आने वाले खिलाड़ी आते ही प्रभाव छोड़ते हैं और उन्हें मौका देने और विकसित होने में मदद करने में हमें खुशी होती है। शुभमन अंडर-19 विश्व कप जीतने वाले भारतीय टीम का हिस्सा था। उन्होंने पिछले साल आईसीसी की इस प्रतियोगिता में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 418 रन बनाए और टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए।
भारत के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में शिकस्त के साथ श्रृंखला गंवाने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन निराश दिखे और उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत टीम 5 मैचों की श्रृंखला में उन्हें कड़ा सबक सिखा रही है। विलियम्सन ने कहा कि उनकी टीम काफी अच्छी है और वे हमें सबक सिखा रहे हैं। सोमवार को सुधार था और उनकी टीम ने हमें जो सिखाया, हम उसकी सराहना करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी योजनाओं में निरंतरता है और उन्होंने हमें गलती करने के लिए बाध्य किया। मुझे लगता है कि हम इससे बेहतर हैं। विलियम्सन ने रॉस टेलर और टॉम लैथम की तारीफ की जिनकी पारियों की बदौलत टीम 243 रनों तक पहुंचने में सफल रही।
विलियम्सन ने कहा कि विकेट बल्लेबाजी के लिए मुश्किल था और लैथम तथा रोस के बीच साझेदारी बेहतरीन थी। न्यूजीलैंड के गेंदबाज नियमित अंतराल पर विकेट हासिल करने में नाकाम रहे और भारत पर दबाव डालने के लिए उन्हें विकेटों की जरूरत थी। मुझे लगता है कि हम गेंद से ठीक प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोधी टीम को दबाव में डालने के लिए हमें जल्दी विकेटों की जरूरत है।
3 विकेट चटकाने के लिए 'मैन ऑफ द मैच' बने मोहम्मद शमी ने कहा कि हवा के खिलाफ गेंदबाजी करना काफी मुश्किल होता है। यह मुश्किल है लेकिन काफी कड़ा नहीं। दूसरे छोर पर भूवी (भुवनेश्वर) के होने से काफी मदद मिलती है। सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करना अहम है। (भाषा)