18 साल के पृथ्वी शॉ दोहरे शतक से चूके
बेकेनहैम। 18 साल के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (188) ने अपने प्रथम श्रेणी करियर का अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया लेकिन वे मात्र 12 रन से दोहरा शतक बनाने से चूक गए। पृथ्वी का जब विकेट गिरा तब तक भारत 'ए' ने विंडीज 'ए' के खिलाफ पहले गैरआधिकारिक टेस्ट में दूसरी पारी में अपनी स्थिति सुधारते हुए शुक्रवार को 2 विकेट पर 339 रन बना लिए।
पृथ्वी ने मयंक अग्रवाल के साथ पहले विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी की। भारत ने दूसरी पारी में बिना कोई विकेट खोए 172 रनों से आगे खेलना शुरू किया था। भारत ने पहली पारी में 133 रन बनाए थे जबकि विंडीज 'ए' ने 383 रन बनाए थे।
पृथ्वी ने 106 और मयंक ने 60 रनों से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। मयंक अपने स्कोर में 8 रन का इजाफा कर आउट हो गए। मयंक ने 82 गेंदों पर 68 रन में 14 चौके लगाए। 18 साल के पृथ्वी ने प्रथम श्रेणी का अपना 6ठा शतक बनाया और मयंक अग्रवाल के साथ भारत को संकट से उबारा। पृथ्वी ने 169 गेंदों पर 188 रनों की आक्रामक पारी में 28 चौके और 2 छक्के लगाए। पृथ्वी का विकेट 55वें ओवर में 339 के स्कोर पर गिरा।
इससे पहले विंडीज ने 3 विकेट पर 148 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पहली पारी 383 रनों पर समाप्त हुई। सुनील अम्बरीश ने 165 गेंदों पर 20 चौकों की मदद से 128 रन बनाए। भारत 'ए' की ओर से अंकित राजपूत ने 76 रनों पर 4 विकेट, नवदीप सैनी ने 78 रनों पर 2 विकेट और शाहबाज नदीम ने 87 रनों पर 2 विकेट लिए। (वार्ता)