वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले ईशांत, अश्विन का फिटनेस परीक्षण 29 सितंबर को
नई दिल्ली। चोटिल सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन शनिवार को फिटनेस परीक्षण में हिस्सा लेंगे, जिसके बाद चयनकर्ता चार अक्टूबर से वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में शुरू होने वाली आगामी दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए उनकी उपलब्धता पर फैसला करेंगे।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा, ‘अश्विन ग्रोइन चोट के लिए एनसीए में रिहैबिलिटेशन कर रहे हैं। ईशांत के भी वहीं जाने की उम्मीद है, इसलिए 29 सितंबर को फिटनेस परीक्षण कराएंगे। अगर एनसीए के फिजियो और ट्रेनर फिटनेस परीक्षण से पहले इन दोनों की फिटनेस को हरी झंडी दे देते हैं तो चयनकर्ता एक दिन पहले भी टीम की घोषणा कर सकते हैं।’
चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद और उनके साथी देवांग गांधी ने प्रस्तावित चयन बैठक के रद्द होने के बाद बुधवार को दिल्ली के होटल में मुलाकात की और टेस्ट सीरीज के लिए शुरुआती सूची तैयार की। बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने नोटिस जारी किया था कि बुधवार को होने वाली बैठक का एजेंडा वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज टीम का चयन होगा लेकिन बाद में इसे रद्द कर दिया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘यह पहले तय कर दी गई थी लेकिन पांच चयनकर्ताओं का कार्यक्रम अलग-अलग था क्योंकि सरनदीप सिंह दुबई में हैं जबकि दो अन्य जतिन परांजपे और गगन खोड़ा विभिन्न स्थलों पर हजारे ट्रॉफी के मैच देख रहे हैं, इसलिए फैसला किया गया कि यह अनौपचारिक बैठक होगी, जिसमें चयनकर्ता परिस्थिति का जायजा लेंगे।’
कुछ विषय ऐसे भी हैं जिससे चयनकर्ताओं को अब भी जूझना पड़ रहा है विशेषकर 15 खिलाड़ियों की टीम में सलामी बल्लेबाजी स्थान पर और विशेषज्ञ स्पिनर पर। अधिकारी ने कहा, ‘चयन समिति का उद्देश्य सीरीज के लिए ऐसी टीम चुनने का है जो आस्ट्रेलिया रवाना होने वाली टीम के हुबहू संयोजन वाली हो। और या फिर ऐसा हो, जब टीम आस्ट्रेलिया रवाना होगी तो बस एक या दो खिलाड़ियों को 15 की टीम में शामिल किया जाए।’
अब तक देखा जाए तो इंग्लैंड टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद भी शिखर धवन टीम प्रबंधन के पसंदीदा बने रहेंगे। चयनकर्ताओं के लिए पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल को शामिल करना चुनौती होगी। चयन समिति स्पिनरों की पसंद पर बहस कर सकती है। अश्विन अगर नहीं खेलते हैं तो टीम प्रबंधन का पसंदीदा विकल्प युजवेंद्र चहल होगा। भारत ए के कोच राहुल द्रविड़ ने कुछ दिन पहले कहा था कि हरियाणा के इस लेग स्पिनर को लाल गेंद से क्रिकेट के लिए तैयार होने के लिए अभी कुछ मैचों की जरूरत है।