सऊदी अरब स्पेस मिशन पर भेजेगा अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
सऊदी अरब धार्मिक कट्टरता के लिए दुनियाभर में जाना जाता है, लेकिन वह अब महिलाओं को कई क्षेत्रों में आगे लाकर अपनी छवि को बदलने के प्रयास कर रहा है। अब वह महिला यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कदम तेल संपन्न देश ने अपनी कंजरवेटिव छवि को सुधारने के लिए लिया है। इसी दिशा में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कानूनों में परिवर्तन किए हैं, जैसे महिला अब ड्राइव कर सकती है और बिना पुरुष के भी देश से बाहर जा सकती हैं।
सऊदी अरब की प्रेस एजेंसी (SPA) ने बताया कि अंतरिक्ष में जाने वाली महिला रैयाना बरनावी, एस्ट्रोनॉट अली अलकरनी एवं AX-2 स्पेस मिशन के क्रू को 10 दिन के मिशन पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा जाएगा। यह मिशन अमेरिका से लॉन्च होगा। उनके साथ-साथ पैगी व्हीट्सन (फॉर्मर नासा एस्ट्रोनॉट) और जॉन शॉफनर भी शामिल होंगे, जो पायलट की भूमिका निभाएंगे।
क्रू को फ्लोरिडा में नासा (NASA) के कैनेडी स्पेस सेंटर से SpaceX फेल्कन 9 रॉकेट से ISS लॉन्च किया जाएगा। सऊदी अरब भी अब UAE के नक्शेकदम पर चल रहा है। साल 2019 में UAE का पहला ऐसा अरब देश बना जिसने अपने एक नागरिक को अतंरिक्ष में भेज इतिहास में अपना नाम दर्ज किया था।
इसके पहले भी सऊदी अरेबिया अंतरिक्ष में जा चुका है। वर्ष 1985 में रॉयल प्रिंस सुल्तान बिन सलमान, अमेरिका द्वारा संचालित स्पेस मिशन का हिेस्सा बन पहले मुस्लिम अरब अंतरिक्ष यात्री बने थे।