टारगेट किलिंग : शोपियां में घर में टहल रहा था कश्मीरी पंडित, आतंकियों ने गोली मारकर की हत्या
जम्मू। आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां कस्बे में एक कश्मीरी पंडित को उस समय गोली मार दी जब वह अपने घर के भीतर टहल रहा था। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टर उसे बचा नहीं पाए और उसकी मौत हो गई। इस साल जम्मू कश्मीर में 3 कश्मीरी पंडितों की हत्या की जा चुकी है।
मारे गए कश्मीरी पंडित नागरिक की पहचान चौधरी गुंड के रहने वाले पूर्ण बट के रूप में की गई है। हमले की खबर के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान छेड़ा था।
सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
दक्षिण कश्मीर में इस साल में कश्मीरी हिंदू पर यह तीसरा हमला है। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। आसपास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, पूर्ण कृष्ण बट शोपियां के चौधरी गुंड इलाके के स्थायी निवासी थे और 1989 के दौरान बिगड़े हालातों के बीच भी उन्होंने घाटी से पलायन नहीं किया था। घाटी में एक और लक्षित हत्या के बाद कश्मीर पंडित और घाटी के अल्पसंख्यक वर्गों में रोष है।
इस बीच जम्मू में पीएम पैकेज पर घाटी में तैनात कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। रिलीफ कमिश्नर माईग्रांट कार्यालय परिसर में इन कर्मियों ने शनिवार को भी प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इन कर्मचारियों का कहना है कि उनको नोटिस देकर घाटी में नौकरियों पर बुलाया जा रहा है। लेकिन घाटी के हालात किसी से छिपे नहीं।
पिछले समय में जिस कदर हमले कश्मीरी हिंदुओं पर हुए, से यह कर्मी सहमे हुए हैं और घाटी में नौकरी करने को तैयार नहीं। राकेश पंडित ने कहा कि हम घाटी में जाने को तैयार हैं मगर वहां हालात सामान्य होने चाहिए। वहीं दूसरी ओर सरकार को हमारे लिए उचित सुरक्षा का भी बंदोबस्त करना होगा। इस समय घाटी में हालात ठीक नहीं। टारगेट किलिंग हो रही हैं। लिहाजा हम सरकार से कह रहे हैं कि हमें जम्मू में ही कहीं अटैच कर दिया जाए। घाटी जाकर हम अपना जीवन खतरे में नहीं डाल सकते।
Edited by : Nrapendra Gupta