गुरुवार, 21 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. जम्मू-कश्मीर न्यूज़
  4. BSF to make bunkers on farms located on jammu border, warns Pak rangers
Last Updated : शुक्रवार, 1 मार्च 2024 (12:58 IST)

जम्मू सीमा पर खेतों में बनेंगे बंकर, BSF की पाक रेंजरों को चेतावनी

भारतीय किसानों को फसल नहीं काटने दी तो पाकिस्तानी किसान भी नहीं काट पाएंगें फसल

BSF
  • बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के IG ने किया चमलियाल सीमा चौकी का दौरा
  • BSF ने किसानों को दिया सुरक्षा का भरोसा
  • तारबंदी के आगे के खेतों में बंकर भी स्थापित करने की योजना
Jammu news in hindi : आने वाले दिनों में जम्मू सीमा पर क्या तनातनी का माहौल बनेगा? यह सवाल इसलिए उठने लगा है क्योंकि सीमा सुरक्षा बल ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष पाक रेंजरों को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर उन्होंने इस बार अकारण गोलीबारी कर भारतीय किसानों को उनकी फसलें नहीं काटने दीं तो भारतीय पक्ष भी जैसे को तैसा वाली रणनीति अपना कर पाकिस्तानी किसानों को फसलें नहीं काटने देगा।
 
बीएसएफ ने भारतीय किसानों को सुरक्षा प्रदान करने की खातिर उनके खेतों में बंकर स्थापित करने की भी घोषणा की है। यह चेतावनी बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आईजी दिनेश कुमार बुरा द्वारा चमलियाल सीमा चौकी के दौरे के दौरान दी गई।
 
वे सीमा सीमावर्ती किसानों को तारबंदी के आगे के इलाके में ज्यादा से ज्यादा इलाके में खेती करने को उत्साहित कर रहे थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे किसानों की पूरी सुरक्षा करेंगें। इसके लिए उन्होंने इस बार तारबंदी के आगे के खेतों में बंकर भी स्थापित करने की योजनाओं के बारे में विस्तृत तौर पर बताया।
 
दरअसल जम्मू सीमा पर अभी भी कई इलाकों में तारबंदी जीरो लाइन से काफी पीछे हे और कई इलाकों में दोहरी तारबंदी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वर्ष 1995 में जब भारत सरकार ने सीमा पर तारबंदी का कार्य आरंभ किया था तो पाक सेना ने भारी गोलाबारी कर इसको रूकवा दिया था। और फिर इस तारबंदी को कई इलाकों में आधा किमी से लेकर 2 किमी पीछे तक अंजाम दे दिया गया। बाद में सीजफायर की आड़ में इसे आगे बढ़ाया जा सका था।
 
bsf
उन्होंने किसानों को बताया कि आने वाले दिनों में किसानों के खेतों में बंकर बनाने की योजना बनाई जा रही है। इससे अगर दिन में खेत में काम करते गोलीबारी शुरू हो जाती है तो किसान बंकर में जाकर अपने आप को सुरक्षित कर सकते हैं। रात के समय सुरक्षाबलों के जवान उसमें अपनी ड्यूटी कर सकेंगे।
 
हालांकि वे कहते थे कि तारबंदी के आगे खेती के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं कि कब तारबंदी के आगे जाना है और कब वापस आना है। उसका पालन सुरक्षाबलों के साथ किसानों एवं सीमावर्ती लोगों को करना होगा, जिससे सीमा की सुरक्षा में कोई बाधा न पड़े।
 
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बीएसएफ की इस चेतावनी और योजना के बाद जम्मू सीमा पर माहौल गर्मा सकता है। पहले भी कई बार बंकरों के निर्माण पर आपत्ति जताते हुए पाक रेंजर पाक सेना के साथ मिल कर सीमा के गांवों को गोलों की बरसात से पाट देते रहे हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta 
ये भी पढ़ें
CAA के विरोध में असम बंद किया तो 1,643 करोड़ नुकसान की भरपाई आंदोलनकारियों से वसूलेंगे, DGP की चेतावनी