मंगलवार, 26 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Sri Lanka like situation in Nepal
Written By
Last Modified: सोमवार, 18 अप्रैल 2022 (16:52 IST)

नेपाल में श्रीलंका जैसे हालात? ईंधन बचाने के लिए कर्मचारियों को दे सकता है 2 दिन की छुट्टी

नेपाल में श्रीलंका जैसे हालात? ईंधन बचाने के लिए कर्मचारियों को दे सकता है 2 दिन की छुट्टी - Sri Lanka like situation in Nepal
नेपाल ने विदेशों में रह रहे नेपालियों से कहा है कि आर्थिक संकट से गुजर रहे अपने देश के बैंकों में वे डॉलर खाते खुलवाएं और निवेश करें। कोरोना के कारण पर्यटन घटने विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। भारत का एक और पड़ोसी देश नेपाल भी श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट के हालातों का सामना कर रहा है। नेपाल के वित्तमंत्री जनार्दन शर्मा ने शनिवार को कहा कि विदेशों में रहने वाले नागरिक विदेशी पैसे के साथ नेपाल की मदद करें।

नेपाल सरकार ने विदेशों में रह रहे नेपालियों से कहा है कि आर्थिक संकट से गुजर रहे अपने देश के बैंकों में वे डॉलर खाते (विदेशी मुद्रा खाते) खुलवाएं और निवेश करें। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पर्यटन घटने से नेपाल के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है।

प्रवासी नेपाली संघ (एनआरएनए) द्वारा आयोजित एक डिजिटल कार्यक्रम में नेपाल के वित्तमंत्री जनार्दन शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रवासी नेपालियों द्वारा नेपाल के बैंकों में डॉलर खाते खोलने से देश को विदेशी मुद्रा की कमी के संकट से उबरने में मदद मिलेगी।

नेपाल सरकार ईंधन की खपत को कम करने के लिए इस महीने सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यालयों में दो दिन की छुट्टी घोषित करने पर विचार कर रही है। नेपाल विदेशी मुद्रा संकट और पेट्रोलियम उत्पादों की आसमान छूती कीमतों से जूझ रहा है। कैबिनेट सूत्रों ने बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ नेपाल और नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन ने सरकार को दो दिन का सरकारी अवकाश देने की सलाह दी है।

करीब एक महीने से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के परिणामस्वरूप वैश्विक तेल की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है क्योंकि रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाया गया है। अन्य प्रमुख तेल उत्पादक ईरान और वेनेजुएला को भी पेट्रोलियम बेचने पर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।

कोविड-19 महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्रा ठप होने के बाद पर्यटन पर निर्भर नेपाल अपने विदेशी भंडार में गिरावट का सामना कर रहा है। अधिकारियों ने कहा कि सरकार इस सलाह में नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन के लिए महत्वपूर्ण बचत देखती है जो सब्सिडी दरों पर ईंधन बेच रही है और वर्तमान वैश्विक दरों पर भारी नुकसान उठा रही है।

सरकारी प्रवक्ता ज्ञानेंद्र बहादुर कार्की ने मीडिया को बताया कि सरकार ने अभी तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आया है लेकिन इस पर विचार किया जा रहा है।