जापानी पीएम आबे ने मोदी से निभाई दोस्ती, आबे के निजी विला पर जाने वाले पहले विदेशी नेता बने
यामानशी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निजी विला पर आमंत्रित होने वाले पहले विदेशी नेता बन गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने यामानशी में लेक कावागुचि के पास अपने निजी विला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेहमानवाजी की। उन्होंने बताया कि मोदी पहले विदेशी नेता है जो आबे के निजी विला पर आमंत्रित किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13वें वार्षिक भारत-जापान सम्मेलन के लिए जापान यात्रा पर गए हैं।
उन्होंने बताया कि मोदी और आबे ने रविवार को रोबोट उद्योगों के सबसे बड़ी निर्माता कंपनी एफएएनयूसी कॉरपोरेशन के विनिर्माण केंद्र का दौरा किया। यहां मोदी ने एक रोबोट को 40 सेकेंड में एक मोटर बनाते हुए देखा। दोनों प्रधानमंत्रियों ने औद्योगिक रोबोटों के कामकाज करने के तरीकों का भी अवलोकन किया। दोनों नेताओं ने रोबोटिक्स और स्वचालन संयंत्रों का भी दौरा किया।
एफएएनयूसी विनिर्माण में स्वचालन और दक्षता को बढ़ावा देकर जापान, भारत और अन्य देशों में विनिर्माण उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसके बाद आबे ने अपने विला में प्रधानमंत्री मोदी की रात्रिभोज के लिए मेजबानी की।
शिंजो आबे ने आजीवन दोस्ती निभाने का वादा किया : जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि वह आजीवन भारत के मित्र रहेंगे। जापान-भारत रणनीतिक साझीदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के पूर्व आबे ने अपने एक संदेश में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जापान जब बहुत धनी नहीं था तो प्रधानमंत्री (जवाहरलाल) नेहरू ने हजारों लोगों के सामने जापान के प्रधानमंत्री किशी का परिचय कराते हुए कहा था कि वह उनका सम्मान करते हैं।
आबे ने कहा कि 1957 में उनके दादा नाबुसुकु किशी भारत की यात्रा करने वाले पहले जापानी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा कि अपने दादा की की भारत यात्रा के प्रभाव और उसकी याद करते हुए मैंने शपथ ली है कि मैं आजीवन भारत का मित्र बना रहूंगा।
मोदी ने आबे को भेंट की दरी और पत्थर की हस्तनिर्मित कटोरियां : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को रविवार को पत्थर की दो हस्तनिर्मित कटोरियां तोहफे में दी। यह कटोरियां अनूठी हैं क्योंकि पत्थरों को हाथ से इस्तेमाल में लाए जाने वाले औजारों की मदद से कटोरी के आकार में ढाला जाता है और किसी भी लेथ मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
प्रधानमंत्री ने आबे को उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर के बुनकरों द्वारा हाथ से बुनी गई खास दरियां भी उपहार में दी हैं। इन दरियों पर विभिन्न प्रकार के डिजाइन उकेरे गए हैं जिनमें ज्यामितीय आकारों से लेकर फूल-पत्तियां शामिल हैं। दरियों में नीला, लाल और पीले रंगों का व्यापक इस्तेमाल किया गया है। कटोरियों और दरियों को अहमदाबाद स्थित देश के जाने-माने राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान की निगरानी में तैयार किया गया है।