विंटर ओलिंपिक समारोह का भारत करेगा बहिष्कार, चीन ने गलवान में घायल जवान को थमाई थी मशाल
गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प में घायल जवान को चीन की ओर से विंटर ओलिंपिक मशाल थमाए जाने का भारत सरकार ने कड़ा विरोध किया है।
सरकार ने कहा कि चीन ने गलवान मुठभेड़ में शामिल एक चीनी कमांडर को मशालची बनाकर चीन ने विंटर ओलंपिक्स का राजनीतिकरण किया है।
इसको देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास में भारत के प्रभारी राजदूत ओलिंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में नहीं शामिल होंगे। कई पश्चिमी देशों ने इससे पहले विभिन्न कारणों से बीजिंग ओलंपिक खेलों का कूटनीटिक बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं। बीजिंग ओलंपिक चार से 20 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा।
अमेरिका ने की आलोचना : भारत के साथ गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प में जख्मी जवान को चीन की ओर से विंटर ओलंपिक मशाल थमाए जाने की अमेरिका ने निंदा की है। चीन के इस कदम को शर्मनाक करार देते हुए अमेरिका ने कहा कि यह खेलों के राजनीतिकरण करने का प्रयास है। अमेरिकी सीनेट की विदेशी मामलों की समिति के सदस्य जिम रिक़ ने इस बात के लिए चीन की तीखी आलोचना करते हुए उसकी इस हरकत को शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,“ अमेरिका उइगर की स्वतंत्रता और भारत की सम्प्रभुता का समर्थन जारी रखेगा।
समापन में भी भाग नहीं लेगा भारत : भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत 4 फरवरी से बीजिंग में आयोजित होने वाले शीतकालीन ओलिंपिक खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह में भाग नहीं लेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन ओलंपिक खेलों को राजनीतिक रंग दे रहा है।
चीन ने ओलंपिक मशाल यात्रा में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक ऐसे सैनिक को मशाल वाहकों में शामिल किया है, जो भारत के साथ पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में बुरी तरह से घायल हुआ था। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन की इस हरकत की वजह से बीजिंग में भारतीय दूतावास का कोई राजनयिक ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में शामिल नहीं होगा।
दूरदर्शन नहीं करेगा प्रसारण : इस बीच प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शशि शेखर वेमपति ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि दूरदर्शन का डीडी स्पोर्ट्स चैनल बीजिंग में आयोजित होने शीतकालीन ओलंपिक खेले के उद्घाटन तथा समापन समारोह का प्रसारण नहीं करेगा।
चीन ने ओलंपिक की तीन दिवसीय मशाल यात्रा में पीएलए के रेजीमेंट कमांडर छी बाओ के हाथों शुरू करवाने का फैसला लिया है, जो 5 मई 2020 को गलवान घाटी के संघर्ष में बुरी तरह से घायल हो गया था।