Indore : चूहा कांड में मासूमों की मौत पर भड़का गुस्सा, जयस संगठन ने MY अस्पताल का किया घेराव
इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में चूहों के हमले के बाद दो नवजात लड़कियों की मौत के मामले में एमवायएच के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर डटे एक आदिवासी संगठन ने रविवार से अस्पताल परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के कार्यकर्ता एमवायएच के मुख्य द्वार के सामने धरना दे रहे हैं। रविवार रात तक उनका धरना जारी था।
एमवायएच की गिनती सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में होती है। यह अस्पताल इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़ा है।
जयस के प्रदर्शनकारी इस महाविद्यालय के डीन (अधिष्ठाता) डॉ. अरविंद घनघोरिया और एमवायएच के अधीक्षक डॉ. अशोक यादव पर कर्तव्य में घोर लापरवाही का आरोप लगाकर उन्हें निलंबित करने और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
धरने के दौरान जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा ने कहा कि जब तक महाविद्यालय के डीन और एमवायएच अधीक्षक पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक चूहों के हमले के बाद दम तोड़ने वाली दोनों नवजात बच्चियों के परिवारों को न्याय नहीं मिलेगा।
एमवायएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ. बसंत कुमार निंगवाल ने कहा,हमने और प्रशासन के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की है, लेकिन वे नहीं मान रहे हैं। अस्पताल परिसर में धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी से मरीजों को परेशानी हो रही है।
एमवायएच के अधिकारियों ने बताया कि 31 अगस्त और एक सितंबर की दरम्यानी रात अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में चूहों ने अलग-अलग जन्मजात विकृतियों से जूझ रही दो नवजात बच्चियों पर हमला किया जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। इनमें से एक बच्ची आदिवासी समुदाय के परिवार की थी, जबकि दूसरी बच्ची अल्पसंख्यक वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखती थी।
घोर लापरवाही के आरोपों से घिरे एमवायएच प्रशासन का दावा है कि दोनों नवजात बच्चियों की मौत का चूहों के काटने से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने अलग-अलग जन्मजात विकृतियों के कारण पहले से मौजूद गंभीर स्वास्थ्यगत परेशानियों के कारण दम तोड़ा।
चूहों के काटे जाने के बाद नवजात बच्चियों की मौत के मामले में एमवायएच प्रशासन अब तक आठ अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर चुका है जिसमें निलंबन और पद से हटाए जाने के कदम शामिल हैं। एमवायएच के अधीक्षक डॉ. अशोक यादव अपने 'अत्यंत खराब स्वास्थ्य' का हवाला देते हुए लम्बी छुट्टी पर चले गए हैं। एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma