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विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरुआत कैसे हुई।
विश्व मच्छर दिवस मनाना क्यों जरूरी है।
वर्ल्ड मॉस्किटो डे 2024 की थीम जानें।
World Mosquito Day : विश्व मच्छर दिवस हर साल अगस्त की 20 तारीख को मनाया जाता है। यह दिन ब्रिटिश चिकित्सक सर रोनाल्ड रॉस की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने सन् 1897 में यह खोज की थी, कि मनुष्य में मलेरिया के संचरण के लिए मादा मच्छर उत्तरदायी है। डॉ. रोनाल्ड रॉस के अनुसार मनुष्य में मलेरिया का संचार मादा एनाफिलीज मच्छर के द्वारा किया जाता है। इसी खोज के बाद प्रतिवर्ष दुनियाभर में वर्ल्ड मॉस्किटो डे मनाया जाने लगा।
क्यों मनाया जाता है: मच्छर वह कीटों है जो मनुष्य के शरीर में रोग फैलाने की क्षमता रखता है, जिस कारण प्रतिवर्ष विश्व में लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है। मच्छर के काटने से होने वाला रोग मलेरिया एक खतरनाक बीमारी है, जो कई लोगों के लिए मौत का पैगाम बनकर सामने आता है। मादा एनोफिलीज मच्छर प्रोटोजुअन प्लासमोडियम नामक कीटाणु के प्रमुख वाहक होते हैं, जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक कीटाणु फैला देते हैं। अत: मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने और इसकी रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए ही प्रतिवर्ष 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है।
विश्व मच्छर दिवस की शुरुआत कब हुई: विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरुआत सन् 1930 में लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन और ट्रॉपिकल मेडिसिन ने की थी। इस मच्छर की खोज के कारण डॉ. रॉस को 1902 में मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दुनियाभर में इस खास मौके पर कई तरह के हेल्थ चेकअप और मेडिकल कैंप आयोजित किए जाते हैं। बता दें कि इस मच्छर के काटने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया समेत कई अन्य रोगों का खतरा बढ़ता है तथा इसके काटने से होने वाली बीमारी से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है।
कैसे करें पहचान: बारिश के दिनों में घरों के आसपास, भीतर और बाहर अनावश्यक पानी का एकत्रित होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, इतना ही नहीं घर में कूलर व अन्य खुले बर्तनों में लंबे समय तक पानी भरा रह जाने से अक्सर उसमें डेंगू मच्छर का लावा पैदा हो जाता है। इसमें एनाफिलीज एडीज, क्यूलेक्स मच्छर खतरनाक होता है तथा इसके पंख पर 4-5 काले धब्बे होते हैं और यह दीवारों पर, त्वचा पर 45 डिग्री का कोण बनाकर बैठे रहते हैं। यह घर के सामानों, दरवाजों पर डेरा डालकर बैठते हैं। मलेरिया के प्रमुख लक्षण में मरीज को एक निश्चित समय पर बुखार आता है, सिरदर्द और मितली आने तथा हाथ-पैरों में दर्द के साथ कंपकंपी और ठंड लगने का एहसास होता है।
मलेरिया से बचने के सरल उपाय : घर के आसपास जमा पानी से छुटकारा पाना। रुके हुए पानी में मलेरिया विभाग द्वारा दवाएं छिड़कवाना चाहिए। इस रोग में कुनैन की गोली लेना फायदेमंद है और मच्छरदानी में सोना चाहिए। घर के बाहर कूड़ा या गंदगी जमा न होने दें। पूरी बांह वाले कपड़े पहनें। रात में मच्छर न काटें, इसका उचित ध्याप रखें।
विश्व मच्छर दिवस 2024 की थीम: आपको बता दें कि वर्ष 2023 में विश्व मच्छर दिवस की थीम मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए जागरूक करना थीं, वहीं 2024 में विश्व मच्छर दिवस की खास थीम की घोषणा अब तक नहीं की गई है।
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