Geeta Jayanti 2023: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती मनाई जाती है। इस साल 23 दिसंबर शनिवार 2023 को गीता जयंती की 5160वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखने के साथ ही श्री हरि भगवान विष्णु की पूजा के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इतना ही नहीं इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण करने से उन्हें भी परम धाम का वास प्राप्त होता है।
एकादशी तिथि प्रारम्भ- 22 दिसम्बर 2023 को सुबह 08:16 से।
एकादशी तिथि समाप्त- 23 दिसम्बर 2023 को सुबह 07:11 तक।
कब है मोक्षदा एकादशी : उदया तिथि के अनुसार 22 दिसंबर 2023 दिन शुक्रवार को मोक्षदा एकादशी का व्रत स्मार्त यानी ग्रहस्थ लोगों के लिए रहेगा। वहीं, गौण मोक्षदा एकादशी का व्रत वैष्णव संप्रदाय के अंतर्गत आने वाले साधु-संतों के लिए यह 23 दिसंबर 2023 को मान्य होगा। इसी दिन गीता जयंती भी रहती है।
मोक्षदा एकादशी व्रत खोलने का समय:-
मोक्षदा एकादशी व्रत खोलने का समय स्मार्त- 23 दिसंबर 2023 दिन शनिवार दोपहर 1 बजकर 22 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 26 मिनट तक।
गौण एकादशी व्रत खोलने का समय वैष्णव- 24 दिसंबर 2023 दिन रविवार सुबह 7 बजकर 11 मिनट से लेकर 9 बजकर 15 मिनट तक।
22 दिसंबर 2023 के शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:58 से दोपहर 12:40 तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:02 से दोपहर 02:44 तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:26 से शाम 05:54 तक।
अमृत काल- दोपहर 02:34 से शाम 04:07 तक।
सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग : सुबह 07:10 से रात्रि 09:36 तक।
23 दिसंबर 2023 के शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:59 से दोपहर 12:41 तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:03 से दोपहर 02:45 तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:27 से शाम 05:54 तक।
अमृत काल- शाम 04:34 से शाम 06:09 तक।
रवि योग : रात्रि 9 बजे से अगले दिन सुबह 6:34 तक।