साहित्य अकादमी में 'अटल' की पाण्डुलिपि हुई चयनित
साहित्य अकादमी,संस्कृति परिषद म.प्र.भोपाल की 'पाण्डुलिपि प्रकाशन अनुदान' योजनान्तर्गत युवा साहित्यकार, स्तम्भकार कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल के कविता संग्रह 'चलो! चलते हैं अपने गांव' की पाण्डुलिपि को प्रकाशन के लिए चयनित किया गया है।
इसके अन्तर्गत साहित्य अकादमी द्वारा समूचे मप्र से प्रत्येक सत्र में कुल 40 रचनाकारों को चयनित किया जाता है, जिसमें अपना स्थान बनाने में अटल ने सफलता प्राप्त की है।
अटल ने अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे चयन समिति व अकादमी का आभार व्यक्त करते हुए उनके निर्णय के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है। इस पड़ाव की प्रसन्नता साझा करते हुए अटल ने माता-पिता, घर-परिवार, गुरुजनों, ज्येष्ठ- श्रेष्ठ विद्वानों,शुभचिन्तकों एवं साहित्यिक यात्रा के सभी सहयोगियों व सुधी पाठकों को अपनी इस उपलब्धि को समर्पित किया है।
अटल के चयनित होने पर वरिष्ठ साहित्यकार चिन्तामणि मिश्र, डॉ. क्रान्ति मिश्रा, विष्णुकान्त त्रिपाठी, मेजर ललित तिवारी, राकेश सिंह, अनिल अयान, डॉ.बालगोविन्द शास्त्री, तामेश्वर शुक्ल, वसुन्धरा सिंह, सन्दीप त्रिपाठी, विवेक त्रिपाठी, धर्मवीर विश्नोई, नितेश मिश्रा, ऋषि गौतम, प्रवीण गौतम, अनुराग त्रिपाठी सहित समस्त शुभचिन्तकों-सहयोगियों ने बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मङ्गलकामना की है।