इस वर्ष 18 जून 2023 को फादर्स डे मनाया जा रहा है। हर बच्चे के लिए उनके पिता उसके लिए आदर्श होते हैं। क्योंकि वे एक आदर्श पिता हैं, उनमें वे सारी योग्यताएं मौजूद हैं जो एक श्रेष्ठ पिता में होती हैं। पिताजी उन्हें कभी हार न मानने और हमेशा आगे बढ़ने की सीख देते हुए अपने बच्चों का हौसला बढ़ाते हैं।
पिता से अच्छा मार्गदर्शक कोई हो ही नहीं सकता। पिता केवल एक पिता ही नहीं बल्कि मेरे सबसे अच्छे दोस्त भी हैं, जो समय-समय पर अच्छी और बुरी बातों का समझा कर अपने बच्चों को आगाह भी करते हैं और उनके लिए एक मजबूत स्तंभ बनकर हमेशा उनके साथ खड़े होते है।
हर बच्चा अपने पिता से ही सारे गुण सीखता है जो उसे जीवन भर परिस्थितियों के अनुसार ढलने के काम आते हैं। उनके पास सदैव हमें देने के लिए ज्ञान का अमूल्य भंडार होता है, जो कभी खत्म नहीं होता। उनकी कुछ प्रमुख विशेषताएं उन्हें दुनिया में सबसे खास बनाती है। आइए जानते हैं-
प्रेम- पिताजी मुझसे, और परिवार के सभी लोगों से बहुत प्रेम करते हैं, वे घर में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देते और हमारी जरूरतें और फरमाइशें भी पूरी करते हैं। किसी भी प्रकर की गलती होने पर वे हमें डांटने के बजाए हमेशा प्यार से समझाते हैं और गलतियों के परिणाम बताते हुए दोबारा न करने की सीख भी देते हैं।
बड़ा दिल- पिताजी का दिल बहुत बड़ा है, कई बार उनके पास पैसे नहीं होते हुए भी वे अपनी जरूरत भूलकर हमारी जरूरतों और कभी कभी गैरजरूरी फरमाइशों को भी पूरा करते हैं वे कभी हमें या परिवार के सदस्यों को किसी भी चीज के लिए तरसने नहीं देते। बच्चे कोई बड़ी से बड़ी गलती भी क्यों न कर दें, पिताजी हमेशा कुछ देर गुस्सा दिखाने के बाद उसे माफ कर देते हैं ।
संयम- मैने हमेशा पिता से सीखा है कि चाहे कुछ भी हो जाए, हमें अपने आप पर से नियंत्रण कभी नहीं खोना चाहिए। पिताजी हमेशा संयमित व्यवहारकुशलता से हर कार्य को सफलता पूर्वक समाप्त करते हैं। वे कभी मुझ पर या मां पर बिना वजह छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा नहीं करते।
धीरज- पिताजी का सबसे महत्वपूर्ण गुण है, कि वे सदैव हर समय धीरज से काम लेते हैं और कभी खुद पर से आपा नहीं खोते। हर परिस्थिति में वे शांति से सोच समझ कर आगे बढ़ते हैं और गंभीर से गंभीर मामलों में भी धैर्य बनाए रखते हैं।
गंभीरता- पिताजी घर के सभी कार्यों और परिवार के सभी लोगों और उनके स्वास्थ्य के प्रति गंभीर होते हैं। वे कभी छोटी-छोटी बातों को भी नजर अंदाज नहीं करते बल्कि हर बात को गंभीरता से लेकर उसका महत्व हमें समझाते हैं, पिताजी कभी अपनी कोई तकलीफ नहीं बताते बल्कि वे घर के लोगों की हर जरूरत और तकलीफ का पूरा ध्यान रखते हैं।
अनुशासन- पिताजी हमेशा हमें अनुशासन में रहना सिखाते हैं और वे खुद भी अनुशासित रहते हैं। सुबह से लेकर रात तक उनकी पूरी दिनचर्या अनुशासित होती है। वे सुबह समय पर उठकर दैनिक कार्यों से नि़वृत्त होकर ऑफिस जाते हैं और समय पर लौटते हैं। वे प्रतिदिन शाम को मुझे बगीचे में घुमाने भी लेकर जाते हैं। इसके बाद वे मुझे स्कूल के सारे विषयों का अध्ययन करवाते हैं।
इन्हीं सब विशेषताओं के कारण पिता की महानता और अधिक बढ़ जाती है और उनकी तुलना दुनिया में किसी से भी नहीं की जा सकती। पिता प्रत्येक बच्चे के लिए धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। वे अपनी संतान को सुख देने के लिए अपने सुखों को भी भूला देते हैं।
वे रात दिन अपने बच्चों के लिए ही मेहनत करते हैं और उन्हें वे हर सुविधा देना चाहते है जो उन्हें भी कभी नहीं मिली। कई बार छोटी सी तनख्वाह में भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए पिता कर्ज में भी डूब जाते हैं लेकिन बच्चों के सामने कभी कोई परेशानी जाहिर नहीं करते... शायद इसीलिए पिता, दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
अत: सभी बच्चों को अपने पिता का ज्यादा से ज्यादा और अच्छा ख्याल रखना चाहिए, ताकि बुढ़ापे के समय में जब सबसे ज्यादा उन्हें अपने बच्चों की जरूरत होती है, और वे चाहते हैं कि उनका बच्चा इस उम्र में उनकी लाठी बने, तब यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें हमारे ओर से कोई भी परेशानी ना हो, और जीवन के अंतिम पलों तक उनका यूं ही उनका साथ निभाते रहना ही पिता की सच्ची सेवा है।