यह तो हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम आदि जरूरी पोषक तत्वों में शामिल है। लेकिन इसके साथ कुछ अन्य तत्व भी जरूरी होते हैं जिसकी शरीर को जरूरत होती है।
हालांकि कुछ खास चीजों को लेकर लोग बहुत अधिक जागरूक नहीं होते हैं, उन्हीं में से है जिंक (Zinc) । जिंक की कमी होने पर शरीर में एक नहीं कई सारी बीमारियों के के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। अन्य विटामिन और पोषक तत्वों की तरह जिंक कितना जरूरी आइए जानते हैं। साथ ही जिंक की कमी होने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं और क्या प्राकृतिक उपाय है-
ये रहे जिंक के प्राकृतिक स्त्रोत, जिनसे आपको मिलेगा भरपूर लाभ और रहेंगे बीमारियों से दूर-
1. तिल- ठंड के मौसम में तिल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। जिससे बॉडी में गर्मी रहती है और इम्युनिटी भी मजबूत होती है। दरअसल, मौसम के अनुसार सीजनल चीजों का सेवन करने से इम्युनिटी भी मजबूत होती है। वहीं तिल में मौजूद जरूर तत्व से हड्डियां मजबूत होती है। जिंक के अलावा इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फोलिक एसिड होता है।
2. दही- दही में जिंक की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया बेहतर रहती है। साथ ही इम्युनिटी भी मजबूत होती है। हालांकि ठंड में दही का सेवन सिर्फ दिन के समय ही करना चाहिए। ठंड में वजन कम करने का यह अच्छा उपाय है। इसमें विटामिन बी-12,पोटैशियम, कैल्शियम मौजूद होता है। साथ ही उन्हें ठंड में भी हड्डियों की समस्या होती है, वे डॉक्टर की सलाह से दही का सेवन कर सकते हैं।
3. मूंगफली- मूंगफली को बादाम का पर्याय कहा जाता है। अक्सर कई लोग ठंड में बादाम का सेवन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में मूंगफली का सेवन कर बादाम की आपूर्ति की जा सकती है। मूंगफली में आयरन, पोटेशियम, फोलिक एसिड, विटामिन-ई और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।
4. काजू- काजू किसे अच्छी नहीं लगती है। स्वाद के साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। जिंक की कमी होने पर काजू खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही इसमें जिंक के अलावा विटामिन k, A, फोलेट पाया जाता है।
5. मशरूम- जिंक की कमी होने पर मशरूम का सेवन करें। जिससे जिंक की कमी के लक्षण से हो रही बीमारियों को कवर किया जा सकता है। इसके साथ ही मशरूम में पोटेशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, कैल्शियम होता है।
लहसुन- ठंड के मौसम में घी में सेक कर लहसुन की कली का सेवन करने की सलाह दी जाती है। साथ ही अन्य मौसम में भी लहसुन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लहसुन में जिंक की मात्रा भरपूर होती है। जिससे नीचे दिए गए लक्षणों में कमी दर्ज की जाती है। इसमें जिंक के साथ ही विटामिन ए, बी, सी आयोडीन और आयरन होता है।
लक्षण-
1. दस्त लगना।
2. बाल झड़ना।
3. वजन कम होना।
4. मानसिक स्वास्थ्य पर असर होना।
5. घाव भरने में देरी होना।
6. भूख कम लगना।
जिंक की कमी से होने वाली बीमारियां-
1. स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर
2. साइनस
3. एलर्जी
4. डायरिया
5. आंखों में संक्रमण।
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