दद्दू का दरबार : औकात भी तो हो
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी हार को लेकर कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सोनिया गांधी ने राहुल v प्रियंका के साथ इस्तीफे की पेशकश की। लेकिन कार्य समिति ने इसे अस्वीकार कर दिया। क्या कारण है इसके पीछे?
देखिए पूरा देश जानता है कि कांग्रेस की पतली हालत का जिम्मेदार गांधी परिवार ही है। पर इस परिवार की ताकतवर छवि तले सुरक्षित जीने की कांग्रेस जनों को लत-सी पड़ गई है। उनमें से किसी की औकात ही नहीं है कि बिना गांधी परिवार के अपने बलबूते पर पार्टी का नेतृत्व कर सके और नई दिशा दे सके। यदि किसी ने साहस किया भी तो वह अन्य नेताओं को स्वीकार नहीं होगा। उसकी टांग खींचने के लिए एक दो नहीं बल्कि दस दावेदार होंगे। यह सच गांधी परिवार को पता है। इसलिए वे निश्चिंत हैं और नीरो की तरह बंसी बजाते रहेंगे।