दशहरा पर बहुत सारे कार्य किए जाते हैं। जैसे देवी पूजा, श्रीराम की पूजा, देवी विसर्जन, वाहन खरीदी, शस्त्र पूजा, रावण दहन आदि। इस दिन वैसे तो किसी भी प्रकार से कोई मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है यानी की पूरे दिन और रात ही शुभ मुहूर्त रहता है। फिर भी कई लोग विशेष मुहूर्त में ही यह कार्य करना चाहते हैं तो जानिए शुभ मुहूरत।
दशमी तिथि:-
दशमी तिथि प्रारम्भ- 23 अक्टूबर 2023 को शाम 05:44 से...
दशमी तिथि समाप्त- 24 अक्टूबर 2023 को दोपहर 03:14 तक।
उदया तिथि के मान से दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
देवी पूजा:
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 के बीच।
पहला विजयी मुहूर्त : दोपहर 01:58 से 02:43 के बीच।
अपराह्न पूजा का समय- दोपहर 01:13 से 03:28 के बीच।
शस्त्र पूजा:
पहला विजयी मुहूर्त : दोपहर 01:58 से 02:43 के बीच।
दूसरा विजयी मुहूर्त : सूर्यास्त के बाद जब आसमान में कुछ तारे दिखने लगते हैं तब।
देवी विसर्जन :
अपराह्न पूजा का समय- दोपहर 01:13 से 03:28 के बीच।
वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 के बीच।
पहला विजयी मुहूर्त : दोपहर 01:58 से 02:43 के बीच।
दूसरा विजयी मुहूर्त : सूर्यास्त के बाद जब आसमान में कुछ तारे दिखने लगते हैं तब।
रवि योग : सुबह 06:27 से दोपहर 03:28 तक। इसके बाद शाम 06:38 से अगले दिन सुबह 06:28 तक रहेगा।
वृद्धि योग : दोपहर 3:40 से शुरू होगा और रात तक रहेगा।
शमी पूजा :
शाम 05:43 के बाद ढाई घंटे तक।
सायाह्न पूजा मुहूर्त : शाम 05:43 से 07 बजे के बीच।
रावण दहन का समय:-
सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में रावण दहन होता है।
24 अक्टूबर को शाम 05:43 मिनट पर सूर्यास्त होगा।
रात्रि 07:19 से 08:54 के बीच रावण दहन कर सकते हैं।
कुछ विद्वानों के अनुसार सूर्यास्त के समय शाम 05:43 मिनट से लेकर ढाई घंटे तक होगा।