इंदौर प्रशासन का अहम फैसला, कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती होंगे, घर बनेगा कंटेनमेंट जोन
इंदौर। इंदौर में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 पर काबू पाने के लिए अब हर संक्रमित मरीज के घर को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, ताकि कोरोना संक्रमण की लिंक टूट सके। इसके मद्देनजर कलेक्टर मनीष सिंह ने संबंधित विभागों की बैठक लेकर अधिकारियों की जवाबदेही तय की है।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस पर नियंत्रण के लिए टेस्टिंग जारी रखें। कोविड पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाएं व उनकी कॉन्टेक्ट की ट्रेसिंग करें। संबंधित मरीज के घर को कंटेनमेंट जोन बनाएं।
उन्होंने कहा कि सभी लैब संचालकों को हिदायत दी गई है कि कोरोना टेस्ट कराने वाले सभी मरीजों का पता और फोन नंबर सही तरीके से दर्ज करें। इसमें लापरवाही बरतने पर संबंधित लैब के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा इंदौर में मलेरिया, डेंगू सहित अन्य बीमारियों के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि अब घर-घर सर्वे किया जाएगा। इसके लिए टीमें भी गठित की गई है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सजग होकर अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखें। डेंगू व मलेरिया के मरीज पाए जाने पर तुरंत उनका इलाज कराएं व एहतियाती इंतजाम करें।
कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी यह प्रयास करें कि कहीं भी जल जमाव नहीं होने देवें। जल जमाव वाले स्थान पर क्रूड ऑयल का छिड़काव करें। ग्रामीण तथा शहरी सभी क्षेत्रों में सघन रूप से छिड़काव करें। ग्राम पंचायत तथा वार्ड स्तर पर इसके लिए टीमें बनाकर काम करें। इसके तहत प्रत्येक जोन में तीन-तीन फॉगिंग मशीन संचालित की जा रही है।