नेटफ्लिक्स की फिल्म 'मिसेज सीरियल किलर' के निर्देशक के रूप में शिरीष कुंदर का नाम देख कर ही फिल्म को लेकर मन में शंकाएं उत्पन्न होने लगती हैं क्योंकि शिरीष ने इसके पहले कुछ खराब फिल्में बनाई हैं। शिरीष ने जो 'नाम' बनाया है उस पर वे खरे उतरते हैं।
एक तो शिरीष ने मर्डर मिस्ट्री विषय को चुना। सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म बनाना बहुत ही कठिन काम है। पहले तो सस्पेंस क्रिएट करो। फिर रहस्य से परदा उठाओ तो दर्शक पूरी तरह संतुष्ट होना चाहिए। इस तरह की फिल्मों को आम दर्शक भी 'फिल्म क्रिटिक' की तरह देखता है। हर जगह सवाल पूछता है और पूरे जवाब की उम्मीद भी करता है।
मिसेज सीरियल किलर पहली फ्रेम से ही नकली लगती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है फिल्म का ग्राफ नीचे की ओर आने लगता है। न सस्पेंस का मजा आता है और न ही थ्रिल देख रोंगटे खड़े होते हैं। समझदार दर्शक तो पहले ही जान जाते हैं कि इन हत्याओं के पीछे कौन है? उनकी कारण जानने में रूचि रहती है। और जब यह कारण सामने आता है तो दीवार पर सिर फोड़ने की इच्छा होने लगती है।
जिस तरह की फिल्म की कहानी है वैसा ही इसका प्रस्तुतिकरण है। कहीं भी शिरीष दर्शकों को बांध नहीं पाए, चौंका नहीं पाए। स्क्रिप्ट में इतने सारे 'अगर-मगर' है कि थोड़ी देर बाद आप गिनना छोड़ देते हैं।
शिरीष के साथ-साथ मनोज बाजपेयी और जैकलीन फर्नांडीस ने भी जुल्म ढाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। एक तो दोनों की जोड़ी बिलकुल भी नहीं जमी। मनोज तो जैकलीन के पति के बजाय पिता लगते हैं। ऊपर से मनोज को घटिया विग में देख कोफ्त होने लगती है। न जाने यहां पर पैसा क्यों बचाया गया है?
दूसरा, मनोज और जैकलीन ने इतनी घटिया एक्टिंग की है कि खीज होने लगती है। जैकलीन और अभिनय में हमेशा से छत्तीस का आंकड़ा रहा है, लेकिन यहां तो मामला पूरी तरह से गुड़-गोबर हो गया है। अच्छे-अच्छे निर्देशक जैकलीन से एक्टिंग नहीं करवा पाए तो शिरीष से उम्मीद करना ही बेकार है।
जैकलीन की एक्टिंग के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन मनोज बाजपेयी को क्या हो गया? जैकलीन पर मनोज की संगत का असर होना था, लेकिन यहां पर तो मनोज पर जैकलीन की संगत का असर हो गया। याद नहीं आता कि मनोज ने इससे पहले इतनी खराब एक्टिंग कब की थी। मोहित रैना की एक्टिंग और फिल्म की सिनेमाटोग्राफी के अलावा इस फिल्म में सब कुछ बकवास है।
मिसेज सीरियल किलर आपका टाइम भी 'किल' करती है।
निर्माता : फरहा खान, शिरीष कुंदर
निर्देशक : शिरीष कुंदर
कलाकार : मनोज बाजपेयी, जैकलीन फर्नांडीस, मोहित रैना, जैन मेरी, दर्शन जरीवाला
* नेटफ्लिक्स पर * 15 वर्ष से ऊपर के लिए * 1 घंटा 47 मिनट