इस वजह से संसद में हेमा मालिनी के साथ नहीं बैठ पाएंगे सनी देओल
लोकसभा चुनाव 2019 में कई बॉलीवुड सितारों ने राजनीति में एंट्री की, जिनमें से कुछ को सफलता हाथ लगीं तो कुछ को हार का स्वाद चखना पड़ा। बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल ने भी भाजपा के टिकट से गुरदासपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वहीं उनकी सौतेली मां हेमा मालिनी ने भी भाजपा के टिकट से मथुरा लोकसभा सीट से जीत हासिल की है।
चुनाव जीतने के बाद दोनों ही सनी और हेमा मालिनी लोकसभा में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे लेकिन दोनों एक साथ नहीं बैठेंगे। इसके पीछे की वजह हम आपको बता रहे हैं। संसद में हेमा मालिनी और सनी देओल के एक साथ नहीं बैठने की वजह रिश्तों की खटास नहीं बल्कि कुछ और ही है।
दरअसल हेमा मालिनी वरिष्ठ सांसद हैं और नियमों के मुताबिक उनको संसद में अगली सीटों पर बैठाया जाएगा जबकि सनी देओल पहली बार चुनकर आए हैं और उन्हें संसद में पीछे की सीट दी जा सकती है।
सनी देओल से पहले उनके पिता धर्मेंद्र भी लोकसभा चुनाव लड़कर जीत चुके हैं, धर्मेंद्र ने 2004 में बीकानेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वहीं से जीतकर सांसद बने थे। सनी देओल ने जिस सीट से चुनाव लड़ा वह भाजपा की पारंपरिक सीट है। गुरदासपुर लोकसभा सीट से सनी देओल को 5.58 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं और उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को हराया है।