मैं किसी और की तरह क्यों बनना चाहूंगा? : शाहरुख
मुंबई। शाहरुख खान ने कहा कि उनकी शोहरत और स्टार का दर्जा किसी काम का नहीं रहेगा, अगर वे अपने समकालीन कलाकारों से खुद को प्रभावित होने देंगे। उनसे जब पूछा गया कि सिनेमा उद्योग में 25 साल से ज्यादा रहने के बाद दूसरों के कार्यों से बेफिक्र रहना कितना मुश्किल है, तो उन्होंने जवाब दिया कि ऐसी कोई बात वे महसूस नहीं करते।
उन्होंने कहा कि अगर आपको अब भी दूसरे का ही अनुसरण करना है या किसी दूसरे के काम पर चिंतित होना है या दूसरे के बारे में सोचना या किसी दूसरे से खुद की तुलना करना है तो इतना बड़ा कलाकार होने का क्या मतलब है?
शाहरुख ने कहा कि किसी घमंड या दिखावे से वे यह नहीं कह रहे कि हर चीज उनके हक में जा रही है, यही कारण है कि उन्हें खुद के अलावा किसी और की तरफ देखने की जरूरत महसूस नहीं होती।
उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि मैं ऐसा मान रहा हूं लेकिन कई लोग हैं, जो शाहरुख खान बनने की इच्छा रखते हैं। मैं शाहरुख खान हूं, तो मैं किसी और के जैसा क्यों बनना चाहूंगा? एक साक्षात्कार में शाहरुख ने कहा कि वे जब इस उद्योग में आए थे, तब वे कुछ भी नहीं थे।
उन्होंने कहा कि बिना पैसे, बिना घर, बिना निश्चित भविष्य के, बिना मां-बाप के मैं यहां आया था और मुझे जो ठीक लगा, मैं करता गया। मेरे पास खोने को कुछ नहीं था। अब मेरे पास सब कुछ है। इसे इस तरह से देखा जा सकता है कि ओह मेरे पास खोने के लिए बहुत कुछ है। लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने जो कुछ पाया है उसे दूसरी तरह से भी देखा जा सकता है कि मैंने बहुत कुछ पाया है, मैं अगर इसे खोना भी चाहूं तो यह खत्म नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वे अपने साथ के लोगों के काम से उत्साहित होते हैं लेकिन अंतत: उन्हें खुशी उसी काम से मिलती है जिसे वे करना चाहते हैं। (भाषा)