इस बीमारी से पीड़ित थे बप्पी लहरी, सोते समय नींद में ही रुक जाती है सांस
बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री से एक के बाद एक बुरी खबर सामने आ रही है। लता मंगेशकर के बाद अब 'डिस्को किंग' बप्पी लहरी का भी निधन हो गया है। बप्पी लहरी का निधन 15 फरवरी को देर रात 69 वर्ष की उम्र में हुआ। बप्पी दा काफी समय से बीमार थे। उन्होंने मुंबई के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में अपनी अंतिम सांस ली।
बप्पी लहरी बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उन्हें डिस्चार्ज कर किया गया था। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बप्पी लहरी को ऑब्स्ट्रक्टिव स्पली एपनिया और चेस्ट इन्फेक्शन की समस्या थी।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया नींद से संबंधित एक ब्रीदिंग डिसऑर्डर है। इस बीमारी की वजह से सोते समय सांस लेने में समस्या होती है। इस बीमारी की वजह से सांस नीद में ही रुक जाती है औस पता भी नहीं चलता है। सांस रुकने की दिक्कत कुछ सेकेंड्स से 1 मिनट तक हो सकती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का सबसे प्रमुख लक्षण खर्राटे लेना है।
बप्पी लहरी ने करियर में कई हिट गाने गाए। साथ ही कई रियलिटी शो बतौर जज भी किए हैं। बप्पी दा ने 70 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और 80 के दशक में वे छाए रहे। उन्हें पहचान साल 1975 में आई फिल्म 'ज़ख्मी' से मिली।