सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के पीछे जो खास वजह मानी जा रही है वो है उनका डिप्रेशन में आना। वे अवसादग्रस्त थे और डॉक्टर से इलाज भी करवा रहे थे। आखिर क्या वजह थी कि सुशांत एक अच्छा भला करियर होने के बावजूद डिप्रेशन में चले गए?
पढ़ाई और टीवी में सफलता हासिल करने के बाद वे फिल्मों में भी ठीक-ठाक कर रहे थे। उन्होंने कुल 11 फिल्में की, जिसमें से एक में वे मेहमान कलाकार के रूप में नजर आएं। पीके में छोटा किंतु महत्वपूर्ण रोल था।
10 में से 4 फिल्में मुनाफा कमाने में सफल रही और यह एक ऐसे अभिनेता के लिए अच्छा रिकॉर्ड माना जा सकता है जिसका कोई गॉडफादर नहीं था।
निश्चित रूप से सुशांत फिल्मों में अपना स्थान बनाने में संघर्ष कर रहे थे, लेकिन एक अच्छा-खासा प्लेटफॉर्म उन्होंने तैयार कर लिया था। यह बात उन्होंने साबित कर दी थी कि वे एक अच्छे अभिनेता हैं।
सुशांत शायद इसलिए परेशान थे कि एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी की भारी सफलता के बावजूद उनका करियर रफ्तार नहीं पकड़ पाया। इस फिल्म की सफलता का श्रेय भी धोनी को दिया गया।
इसके बाद रिलीज हुई राब्ता और सोनचिडि़या बुरी तरह असफल रही। ड्राइव तो इतनी बुरी बनी थी कि सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर दी गई।
लेकिन केदारनाथ और छिछोरे के रूप में दो सफल फिल्में भी उनके हाथ लगी, लेकिन सुशांत की सफलता की बजाय असफलता की ज्यादा चर्चा होती रही।
केदारनाथ और छिछोरे की सफलता का भी श्रेय सुशांत के हिस्से नहीं आया। केदारनाथ में सारा अली खान की ही चर्चा होती रही।
छिछोरे की कामयाबी का श्रेय नितिश तिवारी के सिर बंधा। निश्चित रूप से ये कामयाबी के हकदार थे, लेकिन कुछ हिस्सा सुशांत के हाथ में भी आना था।
सुशांत अच्छे कलाकार तो बन गए, लेकिन बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं का विश्वास वे ऐसे हीरो के रूप में अर्जित नहीं कर पाए जो अपने दम पर फिल्म सफल बना सकता है।
फिल्म इंडस्ट्री के लिए वे बाहरी व्यक्ति ही रहे। उनका कोई गॉडफादर नहीं था जो उनकी मदद करता। पिछले डेढ़ साल में सुशांत को मात्र एक फिल्म मिली 'दिल बेचारा' जिसका अभी पोस्ट प्रोडक्शन चल रहा है।
लंबे समय से कोई फिल्म का ना मिलना उन्हें सालता रहा और संभवत: इस कारण वे अवसाद ग्रस्त हो गए। वे ऊर्जा से भरपूर थे और इस तरह एक जगह आकर रूकना उनके स्वभाव में नहीं था।
हर बात की शायद उन्हें जल्दी थी। पढ़ाई अधूरी छोड़ी और टीवी सीरियल में आ गए। लोकप्रिय सीरियल अचानक छोड़ फिल्मों में आ गए।
फिल्मों में अच्छा-खासा चल रहा था, लेकिन कोई फिल्म हाथ में नहीं होने के कारण रूकना उन्हें रास नहीं आया। कुछ फिल्में जो उनको लेकर बनने वाली थी वे रद्द हो गई। शायद ये बातें वे झेल नहीं पाए।