दिलीप कमार के जाने से अधूरी रह गई अजय देवगन की ख्वाहिश
इच्छाओं का क्या है, कितनी भी सोची जा सकती है। बात तो तब है जब आपकी इच्छाएं पूरी होती हैं या नहीं। आम आदमी से लेकर सेलिब्रिटी तक के मन में इच्छाएं लगातार जन्म लेती रहती हैं। ऐसी ही एक ख्वाहिश अजय देवगन के मन में बरसों से है। पूरा करने की उन्होंने भरसक कोशिश भी की, लेकिन बात नहीं बन पाई। अब तो सारी उम्मीदें खत्म हो गईं और यह माना जा सकता है कि अजय की यह ख्वाहिश कभी भी पूरी नहीं हो सकेगी।
फिल्म और फूल और कांटे के साथ अजय देवगन ने बॉलीवुड में कदम रखा था। पहली फिल्म से ही उन्होंने ऐसा धमाल किया कि अब तक सफलता काट रहे हैं। शुरुआती फिल्मों में खूब मारपीट की, लेकिन वक्त के साथ बदलते चले गए। धीर-गंभीर अभिनय भी किया और कॉमेडी करते हुए भी खूब पसंद किए गए।
अजय के मन में एक ख्वाहिश रही कि वे हिंदी फिल्मों के 'अभिनय सम्राट' कहे जाने वाले महानायक दिलीप कुमार के साथ एक फिल्म करें। यह ख्वाहिश तकरीबन हर एक्टर के साथ होती है कि फिल्म नहीं तो एक फ्रेम ही दिलीप कुमार के साथ शेयर करने को मिल जाए ताकि वे ताउम्र इस बात पर इतराते रहें।
अजय ने जब बॉलीवुड में कदम रखा था तब दिलीप कुमार ने काम करना बहुत कम कर दिया था। वर्षों में एकाध फिल्में वे करते थे, इसलिए अजय के पास अवसर बहुत कम थे। आखिरकार अजय ने ही दिलीप कुमार को लेकर एक फिल्म बनाने की योजना बनाई।
दिलीप कुमार यह फिल्म करने के लिए मान गए। फिल्म का नाम रखा 'असर: द इम्पेक्ट'। यह फिल्म को बनाने की पूरी योजना बना ली गई, लेकिन किसी कारणवश यह फिल्म शुरू नहीं हो सकी, जिसका अजय देवगन को आज भी अफसोस है।
बरसों तक अजय को उम्मीद थी कि शायद दिलीप साहब के साथ काम करने का मौका मिला। लेकिन दिलीप कुमार की उम्र हो गई थी। वे अस्वस्थ रहने लगे। याददाश्त आती-जाती रहती थी। और अब वे दुनिया से ही चल बसे। लिहाजा अजय की यह इच्छा तो अधूरी रह गई।