बेरोजगार, शराबी और निराश बॉबी देओल ने फिर हासिल की सफलता
रेस 3, हाउसफुल 4, द क्लास ऑफ 83 और आश्रम जैसी फिल्मों तथा वेबसीरिज ने बॉबी देओल के चेहरे पर फिर मुस्कान ला दी है। ज्यादा पुरानी बात नहीं है जब बॉबी देओल गुमनामी के अंधेरों में खो गए थे। उनके पास काम नहीं था। वे दिन भर घर पर रहते थे। इस बात पर शर्मिंदा होते रहते थे कि उनके बेटे देख रहे हैं कि बाप बेकार है और सारा दिन घर बैठा रहता है। नैराश्य ने घेर लिया तो बॉबी ने शराब में अपने को डूबो लिया। जिम जाना छोड़ दिया। उनकी यह हालत देख परिवार को चिंता होने लगी।
इसी बीच खुद बॉबी के ही दिमाग की बत्ती जली। उन्होंने एक बार फिर कुछ कर दिखाने की ठानी। जिम में जाकर शेप में आए। अपने दोस्तों और फिल्म निर्माताओं से मिले। लोगों को लगा कि बॉबी अपने करियर के बारे में सीरियस हैं। सलमान खान जैसे दोस्त आगे आए और बॉबी को काम मिलने लगा। रेस 3 और हाउसफुल 4 जैसी फिल्मों में बॉबी का रोल बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन वे पसंद किए गए। दूसरी ओर उन्होंने अपना काम अनुशासित तरीके से किया जिसके कारण फिल्म प्रोड्यूसर्स के बीच उनकी अच्छी छवि बनी कि वे अपने काम को लेकर गंभीर हैं।
ओटीटी प्लेटफॉर्म इन दिनों भारतीयों में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इनके लिए वेबसीरिज और फिल्में बनाई जा रही हैं। शाहरुख खान की कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने बॉबी को लेकर 'द क्लास ऑफ 83' नामक फिल्म बनाई। फिल्म में कोई नई बात नहीं थी, लेकिन बॉबी को ऐसा रोल निभाने को मिला जो उन्होंने पहले नहीं निभाया था।
बॉबी के अनुसार वे एक चुनौतीपूर्ण रोल तलाश रहे थे जो उनकी छवि बदले और इस फिल्म के जरिये उन्हें यह अवसर मिल गया। यह रोल निभाना आसान नहीं था क्योंकि बॉबी को अपने कम्फर्ट झोन से बाहर आना था। बॉबी ने रियल लाइफ के नजदीक वाला रोल पहले कभी नहीं निभाया था। लेकिन बॉबी में आत्मविश्वास था और उन्होंने इस रोल को न केवल स्वीकारा बल्कि उम्दा तरीके से अभिनीत भी किया। उन्होंने यह रोल निभाते समय सावधानी बरती कि किरदार में बॉबी देओल की शख्सियत ना झलके।
बॉबी का कहना है कि विजय सिंह नामक यह किरदार और उनकी जिंदगी में समानता है। विजय सिंह भी उनकी तरह ऐसी परिस्थितियों में घिर जाता है जहां वह बहुत कुछ करना चाहता है, लेकिन कुछ नहीं कर पाता और इसको लेकर वह परेशान रहता है। बॉबी की भी हालत ऐसी ही हो गई थी जब शानदार चल रहे करियर में अचानक ब्रेक लग गया और वे बेरोजगार हो गए थे।
प्रकाश झा की वेबसीरिज 'आश्रम' में भी बॉबी के हाथ एक जोरदार किरदार लगा। वे संत की भूमिका में नजर आएं जिसमें कई रंग थे। बॉबी के अभिनय की काफी तारीफ हुई और यह वेबसीरिज करोड़ों लोगों ने देखी। बॉबी खुद इसकी सफलता से चकित रह गए। अपने उम्दा अभिनय का श्रेय वे प्रकाश झा को देते हैं।
बॉबी की डिमांड फिर बढ़ गई है। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कई स्क्रिप्ट पढ़ डाली है और काम पर लौटने के लिए बैचेन हैं। वे कहते हैं कि वे जब बुरे दौर से गुजर रहे थे तो उनके परिवार और खासतौर पर पत्नी तान्या का उन्हें अद्भुत सपोर्ट मिला जिससे के कारण वे जल्दी उबर गए।