Adipurush Trailer Review: गलती छिपाने में की बड़ी गलती
Adipurush Trailer Review: कुछ महीनों पहले प्रभास अभिनीत फिल्म 'आदिपुरुष' का ट्रेलर रिलीज हुआ था जिसे देख जनता-जनार्दन भड़क गई थी। राम, हनुमान को जिस तरह से पेश किया गया था उससे लोगों की धार्मिक भावनाओं पर चोट पहुंची। सोशल मीडिया पर आदिपुरुष के ट्रेलर के खिलाफ जहर उगला गया। इससे घबरा कर फिल्म के प्रोड्यूसर ने अपनी की रिलीज 6 महीने आगे बढ़ा दी।
प्रोड्यूसर की ओर से कहा गया कि वे फिल्म के वीएफएक्स पर काम कर रहे हैं और सुधार के साथ फिल्म को रिलीज करेंगे इसलिए इसे प्रदर्शित करने की तारीख बढ़ा दी गई है। 16 जून को फिल्म रिलीज हो रही है और ट्रेलर फिर रिलीज किया गया है।
नए ट्रेलर में वो सब हटा दिया गया है जिसको लेकर आलोचना की गई थी। वीडियो गेम्स जैसे वीएफएक्स हटा दिए गए हैं और दृश्यों को सामान्य किया गया है। लेकिन बात नहीं बनी।
रामायण की कहानी सभी को पता है। इस मूवी को दर्शक विज्युअल्स और कहानी कहने के तरीके को देखने के लिए जाएंगे, लेकिन ट्रेलर में ऐसी बात ही नहीं है कि फिल्म देखने की उत्सुकता जागे। ट्रेलर में चंद सीन देखने को मिलते हैं और ये एनिमेटेड मूवी की तरह लगते हैं। पता नहीं इस उजली कहानी में अंधेरा सा क्यों रखा गया है। क्या फिल्म की कमियों को छिपाने के लिए?
लक्ष्मण का किरदार निभाने वाला कलाकार नामी होना चाहिए था। चयन सही नहीं है। हनुमानजी के लुक पर फिर सवाल है। पिछली बार रावण के लुक पर हल्ला मचा था इसलिए चतुराई से रावण को ट्रेलर के अंत में दिखाया गया और वो भी आधा चेहरा। यानी कि रावण के लुक पर कोई काम नहीं हुआ। वैसे भी फिल्म को रीशूट करना संभव नहीं था। थोड़ा-बहुत तकनीकी स्तर पर भी ही फेरबदल कर सकते हैं और ये काम भी सफाई से नहीं हुआ।
ऐसी फिल्मों में वॉव फैक्टर होना चाहिए और ट्रेलर में ही वॉव फेक्टर नहीं है तो फिल्म में क्या होंगे? ट्रेलर बहुत संभल कर बनाया गया है और सुरक्षित खेला गया दांव साफ नजर आ रहा है। लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। कमजोरियों को छिपाने में यह बात उजागर हो गई कि प्रोडक्ट में दम नहीं है। बाकी 16 जून को इस बारे में और खुलासा हो जाएगा।