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Last Updated : रविवार, 6 मई 2018 (12:33 IST)

दुबई की शहजादी, एक पूर्व फ्रांसीसी जासूस और 'आजादी' की ख्वाहिश

दुबई की शहजादी, एक पूर्व फ्रांसीसी जासूस और 'आजादी' की ख्वाहिश - Sheikh Latifa
-गैब्रिएल गेटहाउस
मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि दुबई प्रशासन गुमशुदा शहजादी शेख लातिफा के बारे में दुनिया को जानकारी दे। माना जा रहा है कि दुबई के शासक की बेटी शेख लातिफा ने मार्च में देश छोड़ने का प्रयास किया था ताकि वो विदेश में आजाद जिंदगी बिता सकें।
 
लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि उनका विलासिता के साजोसामान से भरा समुद्री जहाज नोस्ट्रोमो, भारत के तट के पास इंटरसेप्ट कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें वापस दुबई ले जाया गया था। समुद्री जहाज नोस्ट्रोमो भारत के तट के पास इंटरसेप्ट कर लिया गया था, शेख लातिफा इसी जहाज में थीं।
 
आपराधिक रिकॉर्ड
 
इस घटना के बाद से राजकुमारी को सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। दुबई प्रशासन का कहना है कि वो कानूनी कारणों की वजह से इस विषय पर बात नहीं कर सकते। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि दुबई को राजकुमारी की लोकेशन और उनकी कानूनी स्थिति के बारे में बयान देना चाहिए।
 
संस्था ने कहा कि अगर प्रशासन ने राजकुमारी की लोकेशन और स्टेटस जाहिर नहीं की तो इसे उन्हें जबरदस्ती गायब किया जाना माना जाएगा। दुबई प्रशासन ने बीबीसी को बताया है कि जो लोग शेख लातिफा के गायब होने के दावे कर रहे हैं उनका रिकॉर्ड आपराधिक है। शेख लातिफा को स्काई डाइविंग का भी शौक था।
 
कौन है शेखा लातिफा?
 
शुक्रवार को बीबीसी के कार्यक्रम न्यूजनाइट में इस सारे मामले पर एक विस्तृत रिपोर्ट दिखाई गई है। शेख लातिफा दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की बेटी हैं। खबरों के अनुसार उन्हें देश छोड़ने की कोशिश करते वक्त पकड़ लिया गया था। न्यूजनाइट कार्यक्रम के मुताबिक दुबई की राजकुमारी को भागने में एक पूर्व फ्रांसीसी जासूस और फिनलैंड की एक मार्शल आर्ट ट्रेनर ने मदद की थी।
 
राजकुमारी को पहले ही शक था कि अगर उनकी योजना छिपी न रही, तो उनके लिए इसके परिणाम घातक हो सकते हैं। उन्होंने एक वीडियो संदेश में इसकी ओर इशारा किया था। वीडियो में राजकुमारी को ये कहते देखा जा सकता है कि मैं ये वीडियो बना रही हूं। हो सकता है ये मेरा आखिरी वीडियो हो। अगर आप मेरा ये वीडियो देख पा रहे हैं तो मैं बता दूं कि या तो अब तक में मर गई हूं या बहुत ही खराब हालत में हूं। ये वीडियो राजकुमारी के दोस्तों ने रिलीज किया है।
 
राजकुमारी का वीडियो
 
गायब होने से पहले फिल्माए गए वीडियो को सार्वजनिक करने का मकसद, संयुक्त अरब अमीरात की सरकार पर दबाव डालना है। वीडियो में राजकुमारी आगे कहती हैं कि मेरे पिता को सिर्फ अपनी साख की परवाह है। लेकिन हालात हमेशा ऐसे नहीं थे। शेख लातिफा एक लोकप्रिय राजकुमारी थीं। उन्हें स्काई डाइविंग का भी शौक था। आसमान से कूदने से पहले वो अक्सर अपने आपको अपने वतन के झंडे में लपेट लेती थीं। अपने स्काई डाइविंग के वीडियो में वो खुश दिखती हैं।
 
पिंजरे में कैद पंछी
 
लेकिन हकीकत इससे कहीं दूर और डरावनी थी। उनकी एक दोस्त ने बीबीसी को बताया कि वो सोने के पिंजरे में कैद पंछी की तरह थीं। उनकी ये हैं मित्र हैं फिनलैंड की नागिरक और मार्शल आर्ट ट्रेनर मित्र टीना योहियानेन।
 
टीना ने न्यूजनाइट को बताया कि लातिफा अपनी जिंदगी खुलकर जीना चाहती थीं। राजकुमारी ने साल 2002 में भी भागने की कोशिश की थी। तब उन्हें पकड़कर जेल में डाल दिया गया था। लातिफा ने साढ़े 3 साल जेल में बिताए थे। पूर्व फ्रांसीसी जासूस अर्वे जबेयर की योजना अंडरवॉटर टॉरपीडो का इस्तेमाल करने की थी। लेकिन राजकुमारी के पास इससे आसान प्लान था।
 
एक पूर्व फ्रांसीसी जासूस
 
पिछले साल की गर्मियों में राजकुमारी ने फ्रांस की जासूसी सेवा के पूर्व अधिकारी से संपर्क साधा। अर्वे जबेयर नाम का ये एजेंट खुद भी कई साल पहले भेष बदलकर दुबई से भागा था। तब दुबई में जबेयर पर गबन का आरोप लगा था। जबेयर ने बीबीसी को बताया कि शुरू में वो भी वही रास्ता अपनाने वाली थीं, जो मैंने अपनाया था। मैंने कहा पहले आपको अंडरवॉटर टॉरपीडो और नेवी सील जैसे कपड़ों का इस्तेमाल करना सीखना होगा। इसके बाद लातिफा ने कोई 30 हजार डॉलर खर्च कर ये सारा सामान खरीदा। लेकिन बाद में लातिफा ने भागने का ये रास्ता छोड़ दिया।
 
भागने का प्लान
 
राजकुमारी ने एक आसान-सी योजना चुनी। वो अपनी मित्र टीना योहियानेन के साथ कार में सीमा पार कर ओमान पहुंचीं। वहां से वो एक छोटी नाव में सवार हुईं, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में खड़े नोस्ट्रोमो नाम के एक लग्जरी यॉट तक ले गई। नोस्ट्रोमो पर पूर्व फ्रांसीसी जासूस जबेयर पहले से ही उनका इंतजार कर रहे थे। वहां से इस जहाज ने भारत का रुख किया। मार्च में संयुक्त राज्य अमीरात के निवेदन पर इंटरपोल ने एक नया रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। ये नोटिस ऊपर बताई गई कहानी की तस्दीक करता है। हालांकि रेड कॉर्नर नोटिस में कहा गया कि लातिफा अपनी मर्जी से नहीं गई हैं बल्कि उन्हें अगवा कर लिया गया है।
 
राजकुमारी और उनकी मार्शल आर्ट ट्रेनर कार से ओमान आईं और वहां से छोटी नाव में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र की ओर निकल गईं। जीपीएस से ट्रैकिंग बंद इसके बाद कहानी धुंधली पड़ जाती है और इससे तथ्यों को परखना मुश्किल होता जाता है। पकड़े जाने के डर से नोस्ट्रोमो का पब्लिक ट्रैकिंग सिस्टम बंद कर दिया गया था। इस वजह से आगे के रास्ते के बारे में सार्वजनिक रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन बीबीसी को नोस्ट्रोमो के सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम का डेटा मिला है। इस डेटा में जहाज को गोवा के तट के करीब तक पहुंचते हुए देखा जा सकता है। लेकिन उसके बाद सैटेलाइट ट्रैकर भी बंद हो जाता है। फ्रांसीसी जासूस ने बताया कि ओमान से भारत की तरफ जाते वक्त ही कुछ नावों ने उनका पीछा शुरू कर दिया था।
 
दुबई शहर और फिर 4 मार्च का वो दिन। इस साल 4 मार्च को राजकुमारी की दौड़ का अंत हो गया। जबेयर डेक पर थे। राजकुमारी अपनी दोस्त टीना के साथ नीचे अपनी केबिन में थीं। टीना बताती हैं कि मैंने कुछ शोर-सा सुना। जहाज के डेक से गोली चलने की आवाज आने लगी। बाद में मुझे पता चला कि ये आवाज दरअसल स्टन ग्रेनेड्स की थी। आगे की कहानी जबेयर की जुबानी कि मैं बाहर खड़ा था। मुझे लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। तभी मैंने देखा एक नाव तेज गति से हमारी ओर बढ़ रही है। उस नाव पर सवार सैनिकों ने हमारी तरफ बंदूकें तान रखी थीं। उनके चेहरे पर साफ लिखा था कि वो हमें मारने वाले हैं।
 
हेलीकॉप्टर की आवाज और स्टन ग्रेनेड
 
टीना कहती हैं कि नीचे केबिन में राजकुमारी और वो एक बाथरूम में छिप गईं और एक-दूसरे से लिपट गईं। वो कह रही थी कि कोई मुझे वापस ले जाने आया है। इसके बाद हम केबिन से बाहर आ गए। बाहर आते ही मुझे धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया गया। और मेरे हाथ मेरी पीठ पर बांध दिए गए। इसके बाद फ्रांसीसी जासूस ने लातिफा के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनीं। उन्होंने सुना कि लातिफा कह रही थीं कि वो वापस जाने के बजाय इसी जहाज पर मरना पसंद करेंगी। 5 मिनट बाद हेलीकॉप्टर आया और राजकुमारी को लेकर उड़ गया।
 
यहां कहानी में एक नया मोड़ आता है। कम ऑन लातिफा, लेट्स गो होमशिप पर सारी बात अरबी में न होकर अंग्रेजी में हो रही थी। जबेयर का कहना है कि नोस्ट्रोमो पर पहला कदम रखने वाले नाविक अमीराती नहीं बल्कि भारतीय थे। पहले मुझे नहीं पता चला कि वो इंडियन हैं, लेकिन बाद में मैंने देखा कि उनकी नाव पर इंडियन कोस्टगार्ड लिखा है। और वो राजकुमारी से कह रहे थे- कम ऑन लातिफा, लेट्स गो होम। जबेयर ने लातिफा को ये भी कहते सुना कि वो राजनीतिक शरण लेना चाहती है। भारत सरकार ने इस बारे में बीबीसी के सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं दी है।
 
जब हेलीकॉप्टर नोस्ट्रोमो से लातिफा को लेकर उड़ गया तो जहाज पर अमीराती सैनिक आए और उसे लेकर दुबई की ओर निकल पड़े। टीना और जबेयर भी साथ थे। एक हफ्ते तक धमकियों और पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया।
 
कुछ बदलाव आएगा?
 
उस दिन के बाद से लातिफा गायब है। उन्हें किसी ने नहीं देखा और न ही किसी ने उनसे बात की है। उसके दोस्तों ने वीडियो जारी किया है। उसके आखिर में लातिफा को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि मुझे उम्मीद है कि ये मेरी जिंदगी का नया चैप्टर होगा, जहां मुझे चुप नहीं रहना होगा। अगर मैं नहीं छूट सकी तो भी चाहूंगी कि इस सबसे कोई सकारात्मक बदलाव आएगा।
 
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