भारत में इलेक्ट्रिक कारों का क्रेज, आएंगी बंपर नौकरियां, सरकार GST और आयकर में देगी छूट
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब भारत में इलेक्ट्रिक कारों का दौर आने वाला है। टेस्ला के भारत में एंट्री लेने के बाद से अब भारत में भी इलेक्ट्रिक कारों को लेकर चर्चा पहले से ज्यादा होने लगी है।
एक रिचर्स के अनुसार के मुताबिक दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 14 भारत के हैं। इलेक्ट्रिक वाहन शहरों में प्रदूषण को कम करने में सहायता करेंगे। इलेक्ट्रिक वाहन ग्रीन पावर पर चलता है तो यह हर बार 15 गुना कम CO2 उत्पादन करता है। ऐसे में प्रदूषण में कमी में इलेक्ट्रिक वाहन का बड़ा हाथ हो सकता है।
इलेक्ट्रिक कारों के बढ़ते बाजार से नौकरियों में भी बढ़ोतरी होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक लगभग 2 मिलियन (20 लाख) अतिरिक्त नौकरियां इलेक्ट्रिक कारों के क्षेत्र में आएगी।
इलेक्ट्रिक कारों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से भी कई कदम उठाए जा रहे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने की खातिर लिए गए लोन पर दिए जा रहे ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त आयकर कटौती मिलेगी।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक कारों को लेकर GST में भी कटौती की गई है। इलेक्ट्रिक कारों पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों पर GST की दर 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है।
विद्युत मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए 'सर्विस' के रूप में बिजली की बिक्री की अनुमति दी है। यह चार्जिंग बुनियादी ढांचे में निवेश को आकर्षित करने के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन प्रदान करेगा।