कविता : अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद
पं. डॉ. भरत कुमार ओझा 'भानु' (सारस्वत) | शनिवार,मार्च 3,2018
किसी भी क्रांतिकारी-बलिदानी ने स्वतंत्र राष्ट्र में अपने लिए या अपनी आगामी पीढ़ी के लिए तख्त-ओ-ताज नहीं मांगा।
प्रासंगिक रचना : वीर शहीदों को नमन
पं. डॉ. भरत कुमार ओझा 'भानु' (सारस्वत) | गुरुवार,फ़रवरी 8,2018
बस इसके आगे, थोड़ी ही और आगे एक बात कहना चाहते हैं हम, बस बहुत हो चुका सत्ता स्वार्थ की ख़ातिर दोनों देशों की जनता के साथ ...
हिन्दी कविता : राजनीति का मतलब
पं. डॉ. भरत कुमार ओझा 'भानु' (सारस्वत) | गुरुवार,नवंबर 9,2017
राजनीति का मतलब- झूठ है, छल है, दगा है। राजनीति में कौन, किसका सगा है? राजनीति का मतलब- थप्पी है, पेटी है, खोखा है। ...
सबने मना ली दिवाली
पं. डॉ. भरत कुमार ओझा 'भानु' (सारस्वत) | मंगलवार,नवंबर 7,2017
सबने मना ली दिवाली, तो सबको ही बधाई। पर एक बात बताओ यारों, किसने कैसी दिवाली मनाई?