कब है कन्या संक्रांति 2022, जानिए इसका महत्व
Kanya Sankranti 2022 : सूर्य के किसी भी राशि में परिवर्तन को संक्रांति कहते हैं। कन्या राशि बुध की ही राशि है जहां बुध ग्रह पहले से ही मौजूद हैं। सूर्य और बुध का मिलन होगा और दोनों इस राशि में बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। 17 सितंबर 2022 शनिवार को सूर्यदेव सिंह से निकलकर कन्या में प्रवेश करेंगे।
1. कन्या राशि पर सूर्य का प्रभाव से कन्या राशि के जातकों के लिए फायदा होगा। समाज में उनका मान-सम्मान तो बढ़ेगा ही साथ ही नौकरी या व्यापार में उन्नती के योग भी बनेंगे। इस अवधि में आपको शुभ समाचार मिलने की संभावना है।
2. कन्या राशि वाले पिता, बहन, मौसी, बुआ की सेवा करें। माता दुर्गा की पूजा करें। बुराई और किसी गलत आचरण से बचें। ऐसा करने से आपको बुध और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
3. कन्या राशि वाले व्यापारियों के लिए अच्छा समय रहेगा, अनाज के भंडार में वृद्धि होगी, वस्तुओं की लागत सामान्य होगी, सेहत पर सकारात्मक प्रभाव होगा, जीवन में स्थिरता का योग बनेगा।
4. कन्या संक्रांति के दिन गरीबों को दान दिया जाता है।
5. इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कराई जाती है। पूजा के बाद दान देना जरूरी है।
6. कन्या संक्रांति के दिन नदी स्नान करने का खास महत्व होता है। स्नान करके भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देकर उनकी पूजा की जाती है।
7. कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा पूजन भी किया जाता है जिस वजह से इस तिथि का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। उड़ीसा और बंगाल जैसे क्षेत्रों में इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है।