कुंभ संक्रांति के 5 उपाय, शनि दोष होगा दूर
कुंभ संक्रांति पर शनि दोष से बचने के उपाय
Remedies for Kumbh Sankranti: 13 फरवरी 2003 मंगलवार के दिन कुंभ संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। सूर्य के शनि की राशि कुंभ में जाने से कुंभ संक्रांति होगी। कुंभ संक्रांति में ही विश्वप्रसिद्ध कुंभ मेले का संगम पर आयोजन होता है। इस दिन स्नान, दान, तर्पण और यम एवं सूर्यपूजा का खासा महत्व होता है। इस दिन पहने हुए वस्त्र त्यागकर नए वस्त्र पहनना चाहिए। आओ जानते हैं इस दिन कौनसे 5 उपायों ( Shani dosh se mukti ke upay) से शनि दोष होगा दूर।
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सूर्यदेव को चढ़ाए अर्घ्य
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छायादान
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शनि मंत्र का जप
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शनि का दान
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जूते और चप्पल
1. सूर्यदेव को चढ़ाए अर्घ्य : इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सूर्य देव की उपासना, उन्हें अर्घ्य देना और आदित्य ह्रदय स्रोत का पाठ करने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है। इससे शनि दोष भी दूर हो जाता है।
2. छायादान : इस दिन शनि मंदिर में शाम के वक्त जाकर छायादान करें। यानी एक कटोरी में सरसो का तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखकर उसे शनि भगवान के चरणों में रख दें। ध्यान रखें कि वह तेल उन्हें चढ़ाना नहीं है।
3. शनि मंत्र का जप : इस दिन उचित स्थान पर शनिदेव के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: ...का 108 बार जप करें। इसी के साथ ही ॐ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जप करके शनिदेव की पूजा और आरती करें।
4. शनि का दान : इस दिन सफाईकर्मी को सिक्का दें, गरीबों को अन्न दें और मजदूरों को वस्त्र या कंबल का दान करेंगे। किसी विधवा को भोजन कराएं या यथाशक्ति उसकी मदद करें। हो सके तो किन्हीं 10 अंधों को नाश्ता कराएं या भोजन कराएं। मंदिर में काले तिल, काली उड़द की दाल और नीले फूल दान करें।
5. जूते और चप्पल : हो सके तो पुराने जूते और चप्पलों को त्याग करके नए जूते और चप्पल खरीद लें। आप चाहें तो गरीबों को जूते और चप्पलों का दान भी कर सकते हैं।