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Last Updated : सोमवार, 12 दिसंबर 2022 (07:24 IST)

12 दिसंबर 2022 सोमवार को पुष्य नक्षत्र, कर लें ये 6 कार्य तो हो जाएंगे मालामाल

12 दिसंबर 2022 सोमवार को पुष्य नक्षत्र, कर लें ये 6 कार्य तो हो जाएंगे मालामाल - Pushya nakshatra ke upay
12 दिसंबर 2022 सोमवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा। पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि यह शनि का नक्षत्र होने के साथ ही इस पर बृहस्पति और चंद्र का प्रभाव भी रहता है। मान्यता अनुसार इस दौरान की गई खरीदारी अक्षय रहेगी। अक्षय अर्थात जिसका कभी क्षय नहीं होता है। आओ जानते हैं कि इस दिन कौनसे 6 कार्य करने से हो जाएंगे आप मालामाल।
 
1. सूर्य को अर्घ्य दें : इस दिन कुंडली में विद्यमान दूषित सूर्य के दुष्प्रभाव को घटाया जा सकता है। इसके लिए सूर्य को अर्ध्य दें और सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान करें। इसे भी धन संबंधी आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
 
2. गाय को गुड़ की रोटी खिलाएं : इस दिन रोटी पर घी चुपड़कर उसके साथ गुड़ मिलाकर गाय को खिलाने से धन लाभ प्राप्त होता है।
 
3. व्रत रखें : इस दिन उपवास रखने से काम की गुणवत्ता और असरकारकता में भी सुधार होता है और जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है। कर्ज से मुक्ति मिलती है।
4. पीपल की पूजा करें : पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि, देवता बृहस्पति और कर्क राशि में इसका भ्रमण होने के कारण इस पर चंद्रमा का प्रभाव भी रहता है। अत: इस दिन शनि, बृहस्पति और चंद्रदेव की पूजा करने से जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है। चाहें तो पीपल, शमी और आंकड़े के पेड़ या दूध वाले पेड़ की पूजा कर सकते हैं। इससे घर में सुख समृद्धि बढ़ती है।
 
5. श्रीसूक्त का पाठ करें : लक्ष्मी माता के समक्ष घी का दीपक जलाकर उन्हें कमल पुष्प अर्तित करके इस दिन श्रीसूक्त का पाठ करने से माता लक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती है। इस शुभदायी दिन पर माता लक्ष्मी की पूजा और साधना करने से उसका विशेष फल प्राप्त होता है। सर्वप्रथम अपने घर में सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय मां लक्ष्मी के सामने घी से दीपक जलाएं। किसी नए मंत्र की जाप की शुरुआत करें। फिर पूजा आदि करने के बाद श्रीसूक्त का पाठ करें और बाद में फिर पूजा करें।
 
6. हत्था जोड़ी : इस नक्षत्र में दिव्य औषधियों को लाकर उनकी सिद्धि की जाती है। जैसे इस दिन हत्था जोड़ी लाकर उसकी विशेष पूजा की जाती और उसे चांदी की डिबिया में सिंदूर लगाकर तिजोरी में रखा जाता है जिससे लक्ष्मी का स्थाई निवास होता है। यह प्रयोग शंखपुष्‍पी की जड़ के साथ भी किया जा सकता है। दोनों ही प्रयोग किसी ज्योतिष से पूछकर ही करें।
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