चंद्र ग्रहण को लेकर चिंता की जरूरत नहीं, मान्य नहीं है सूतक काल
ज्योतिषियों और पंचांग के अनुसार इस 2020 वर्ष में 4 चंद्र ग्रहण बताए गए हैं। पंचांग भिन्नता के कारण इनकी तिथि अलग-अलग बताई गई है। पहला 10 जनवरी को, दूसरा 5 जून को, तीसरा 5 जुलाई को और चौथा 30 नवंबर 2020 को होगा।
पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी शुक्रवार की रात में 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होगा और 11 जनवरी को 2 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा होगी। हालांकि पंचांग भिन्नता के कारण कुछ
विद्वानों द्वारा 11 जनवरी 2020 को रहेगा। यह मिथुन राशि और पुनर्वसु नक्षत्र के दौरान कृष्ण पक्ष की प्रथम तिथि को घटित होगा।
ज्योतिष के अनुसार इस चंद्र ग्रहण को 'मांद्य चन्द्र ग्रहण' कहा गया है। मांद्य का अर्थ है न्यूनतम। इसे उपछाया ग्रहण भी कहा गया है इसलिए इसमें सूतक नहीं माना जाएगा।
रणजीत हनुमान मंदिर इंदौर के पंडितजी दीपेश व्यास के अनुसार निर्णयसागर पंचांग में स्पष्ट किया है कि इस ग्रहण में किसी भी प्रकार का यम, नियम, सूतक आदि मान्य नहीं रहेगा। अत: इस चंद्र ग्रहण को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।