'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है द्वितीय ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग : -
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- ज्येष्ठ (द्वितीय)
पक्ष- शुक्ल पक्ष (14 जून से 28 जून)
ऋतु- ग्रीष्म-वर्षा
रवि- उत्तरा-दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 15 जून, 23 जून, 25 जून।
अमृतसिद्धि योग- 17 जून
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 24 जून
रवि-पुष्य योग- 17 जून
गुरु-पुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 24 जून (निर्जला एकादशी व्रत)
प्रदोष- 25 जून (सोम प्रदोष)
भद्रा- 16 जून (उदय)-17 जून (अस्त), 20 जून (उदय-अस्त), 23 जून (उदय)-24 जून (अस्त),
27 जून (उदय-अस्त)
पंचक- अनुपस्थित
पूर्णिमा- 28 जून (द्वितीय ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष समाप्त)
ग्रहाचार- सूर्य-मिथुन राशि में, चन्द्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मकर, बुध-मिथुन राशि में (25 जून से कर्क राशि में), गुरु-तुला, शुक्र- कर्क राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार : 21 जून-महेश नवमी/सूर्य दक्षिणायन, 25 जून-वट सावित्री व्रतारंभ,
28 जून- कबीर जयंती।
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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