लाल किताब राशिफल 2021 : धनु राशि के लिए कैसा रहेगा अगला वर्ष
वर्ष 2020 तो दुनियाभर के लोगों को दुख करने वाला सिद्ध हुआ, परंतु अब लोगों को नए वर्ष से बहुत आशा है। हालात सामान्य होंगे और लोग फिर से पहले की तरह जीने लगेंगे। उम्मीदों से भरे इस वर्ष में लाल किताब के अनुसार किस राशि के लिए कैसा रहेगा यह वर्ष इस बारे में बहुत ही संक्षिप्त रूप से जानिए धनु राशि के बारे में।
धनु राशि :
1. यदि आपकी धनु राशि है तो वर्ष 2021 में आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सिद्ध होने वाला है। प्रारंभिक 3 माह आर्थिक दृष्टि से उत्तम रहेगा। आप खर्चों को कंट्रोल करेंगे तो बेहतर होगा। दूसरी बात यह कि बुद्धिमानी से काम लेंगे तो उन्नति करेंगे। वाणी से आप लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे।
2. अप्रैल से सितंबर के मध्य परिचितों के साथ यात्राओं का योग है। इसी दौरान आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा जिसके चलते बदलावों से, आप हर चुनौतियों का डटकर सामना करने में सक्षम होंगे। ऐसे समय में आपको सबकुछ छोड़कर अपने लक्ष्य पर ध्यान दें।
3. कारोबारी है तो आपको कई महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए, अपने भविष्य की दिशा निर्धारित करने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नती होगी। खासतौर से कानून, राजनीति, फाइनेंस, आदि से जुड़े जातकों के लिए, यह साल कई अच्छे अवसर लेकर आएगा। छात्रों को इस पूरे ही वर्ष मेहनत करते हुए, अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सफलता मिलेगी।
4. इस वर्ष आपको बृहस्पति ग्रह की भरपूर कृपा प्राप्त होगी जिसके चलते मान सम्मान और धन समृद्धि की प्राप्ति होगी। पारिवारिक वातावरण सकारात्मक होगा। अपने जीवन में मिल रहा मानसिक तनाव भी काफी हद तक दूर होगा।
5. सितंबर से नवंबर के बीच में, परिवार में मांगलिक कार्यक्रम आयोजन हो सकते हैं। परंतु आपको अपनी घरेलू चुनौतियों से बाहर निकलते हुए, कार्यस्थल पर भी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
6. नवंबर और दिसंबर में, आपके भाई-बहन आप से सहयोग की उम्मीद करेंगे और आपको उनका सहयोग करना भी चाहिए। इस समय आपको मित्रों और वरिष्ठ अधिकारियों की सहायता मिलेगी जिससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने के योग बनेंगे।
7. इस वर्ष को और भी बेहतर बनाने के लिए आप पक्षियों को भोजन कराते रहें। कानून के विरुद्ध जाकर, कोई भी कार्य न करें। चापलूसों से बचकर रहें। दाएं हाथ की सबसे छोटी अंगुली में सोने की अंगूठी धारण करें। गुड़ से परहेज करें और माथे पर केसर का तिलक लगाएं या गुरुवार का उपवास करें।