उत्तरप्रदेश के मथुरा में गिरिराज गोवर्धन परिक्रमा पर रोक
मथुरा। श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा के गोवर्धन में हर साल लगने वाले मुड़िया पूनो मेले के रद्द करने के बाद अब गिरिराज की सप्तकोसी परिक्रमा करने पर भी रोक लगा दी गई है।
गोवर्धन में इस वर्ष मुड़िया पूनो मेला 20 से 24 जुलाई के बीच लगना था, किंतु कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों, संतों एवं महंतों की राय लेकर इस वर्ष का मुड़िया पूनो मेला रद्द कर दिया था। इस मेले का प्रमुख हिस्सा गिरिराज की सप्तकोसी परिक्रमा करना होता है, जिसमें लगभग डेढ करोड़ श्रद्धालु गिरिराज जी की परिक्रमा करते हैं।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि परिक्रमा में आनेवाले भक्तों की भीड़ को रोकने के लिए 19 जुलाई से गोवर्धन जाने के सभी मार्गों को सील कर दिया जाएगा, जिससे कोई गोवर्धन न पहुंच सके। भीड़ को रोकने के लिए खड़ेसुरी और दंडौती परिक्रमा करने पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार एक स्थान पर 50 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है। इसलिए नागरिकों, संतों, महंतों, समाजसेवियों और व्यापारियों की राय लेकर गिरिराज की सप्तकोसी परिक्रमा पर रोक लगाई गई है। सभी लोग इस मत के थे कि गोवर्धन में महामारी का प्रकोप रोकने के लिए गिरिराज की सप्तकोसी परिक्रमा करने पर रोक लगनी चाहिए। इसी के अनुरूप परिक्रमा पर रोक लगाई गई है। व्यापारियों से राय लेकर 20 से 24 जुलाई तक बाजार भी बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
चहल ने बताया कि गोवर्धन के प्रमुख मंदिरों के सेवायतों से 19 जुलाई से इस दौरान दर्शन बंद का बोर्ड भी लगाने को कहा गया है। उनका यह भी कहना था कि राजस्थान के अधिकारियों से बातचीत कर इसमें सहयोग करने को कहा गया था तथा उन्होंने भीड़ को रोकने के लिए पूरी मदद करने को कहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि मेले के समापन पर निकलने वाली मुड़िया को निकालने पर कोई रोक नही है। इस मुड़िया में सनातन गेास्वामी के शिष्य और अनुयायी सिर मुड़ाकर गाते-बजाते गोवर्धन में मानसी गंगा की परिक्रमा करते हैं। उन्होने यह भी बताया कि मुड़िया देखने के लिए भीड़ नहीं इकट्ठा हो सकेगी।