पूर्व सांसद और बाहुबली अतीक अहमद पर योगी सरकार का चाबुक, 1 अरब 23 करोड़ की जमीन कुर्क
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराधियों पर आंखें तिरछी कर रखी हैं, जहां अपराधी और माफिया जेल की सलाखों के पीछे हैं, वहीं उनकी अपराध से अर्जित संपत्तियों पर सरकार का एक्शन लगातार जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को प्रयागराज पुलिस ने पूर्व सांसद और बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी 1 अरब 23 करोड़ की दो संपत्तियों को कुर्क किया है। वहीं, प्रयागराज पुलिस द्वारा यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
बुधवार को गैंगस्टर एक्ट में 14a की कार्रवाई के तहत पुलिस ने ढोल के साथ मुनादी करते हुए अतीक द्वारा अपराध से कमाई गई 123 करोड़ की सम्पत्ति कुर्क की है। अतीक ने यह सम्पत्ति अपने परिवार के नाम से खरीदी थी। जिसके चलते प्रयागराज के झूंसी में 1 अरब 23 करोड़ की बेशकीमती ज़मीन को कुर्क किया। यह 13 बीघे में फैला खेत अतीक अहमद ने अपने पिता हाजी फ़िरोज़ और अपने चाचा के नाम पर खरीदा और उन्ही के नाम पर रजिस्ट्री कराई थी।
योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल और दूसरे कार्यकाल में अब तक तक बाहुबली अतीक के दो दर्जन गुर्गों पर पुलिस अपनी कार्रवाई करते हुए उनकी सम्पत्ति कुर्क और ध्वस्तीकरण कर चुकी है। जिसमें माफिया अतीक की हजार करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति पर एक्शन हुआ है। प्रयागराज के झूंसी में अतीक ने 13 बीघे ज़मीन को पिता और चाचा के नाम से प्लाटिंग करने के लिए खरीदा था।
पुलिस ने जब गैंगस्टर एक्ट में विवेचना की तो पाया कि झूंसी में 13 बीघे का एक खेत है। इसी खेत को आज मजिस्ट्रेट के आदेश पर जमीन को कुर्क करने के लिए पुलिस अमला पहुंचा। पुलिस ने जमीन को कुर्क करने से पहले क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से PAC पिकेट को तैनात कर दिया, फिर मुनादी करते हुए जमीन का जब्तीकरण कर लिया।
प्रयागराज पुलिस का अतीक पर अभी और चाबुक चलना बाकी है, क्योंकि धूमन गंज और पुरामुफ्ती पुलिस अतीक की और भी बेनामी सम्पत्ति का पता लगाने में जुटी हुई है। पुलिस कुछ समय बाद अतीक के पुस्तैनी घर और कोल्ड स्टोरेज की ज़मीन पर जल्दी ही कुर्की की कार्रवाई को अंजाम देगी।
अतीक की पत्नी शाईस्ता परवीन ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी की तारीफों के पुल बांधे थे, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अतीक को लेकर योगी सरकार के तेवर कुछ नरम पड़ सकते हैं, लेकिन शाईस्ता की कोशिश बेकार ही गई। पुलिस अब अतीक की बेनामी सम्पत्ति तेजी से चिन्हित कर रही है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala