यूक्रेन के खारकीव में युद्ध संबंधी गतिविधिया तेज हो गई हैं। कई जगह तबाही के दृश्य नजर आ रहे हैं। ऐसे में यहां लोगों के लिए स्वास्थ्य ज़रूरतों की डिमांड में उछाल आ गया है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन के पूर्वोत्तर ख़ारकीव क्षेत्र में रूस के हवाई और ज़मीनी हमलों में तेज़ी आने के बाद विस्थापन और मानवीय ज़रूरतों में बढ़ोत्तरी पर नई चिन्ताएं व्यक्त की हैं।
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी – UNHCR की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने, जिनीवा में कहा, ताबड़तोड़ हवाई हमले जारी हैं, जिन्होंने पहले से ही भीषण स्थिति को और भी बदतर बना दिया है
प्रवक्ता ने कहा, क़रीब दो वर्ष पहले रूस का हमला शुरू होने से लेकर लगातार गोलाबारी और हमलों में लोगों की मौतें हो रही हैं और पूरे देश में लोगों के घर और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भारी नुक़सान पहुंच रहा है
शाबिया मंटू ने ध्यान दिलाया कि बीते सप्ताह के दौरान यूक्रेनी अधिकारियों ने, ख़ारकीव क्षेत्र के सीमावर्ती इलाक़े में गांवों से लगभग दस हज़ार 300 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। इस मिशन में मानवीय सहायता संगठनों ने भी मदद की है।
बचाए गए इन लोगों में अधिकतर कमज़ोर परिस्थितियों वाले लोग हैं जिनमें वृद्ध और विकलांग जन शामिल हैं, जो इससे पहले अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंच सके।
रूसी सेना की बढ़त: संयुक्त राष्ट्र के मानवीय राहत समन्वय कार्यालय – OCHA के अनुसार, ख़ारकीव क्षेत्र में 10 मई के बाद से, अनुमानतः 16 हज़ार से अधिक लोग, रूसी सेनाओं की बढ़त की ख़बरों के बीच, सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों से निकल गए हैं।
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर ख़ारकीव में पहले से ही देश के भीतर ही विस्थापित लगभग दो लाख लोग शरण लिए हुए हैं। UNHCR की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि अगर रूस के ज़मीनी और हवाई हमले जारी रहे तो ख़ारकीव के भीतर हालात और भी ख़राब हो सकते हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ये हालात ख़ारकीव में बहुत से लोगों को सुरक्षा और जीवित रहने की ख़ातिर, अन्यत्र सुरक्षा की तलाश में विस्थापित होने के लिए विवश कर सकते हैं
यूएन शरणार्थी एजेंसी की प्रवक्ता ने इस तथ्य की ओर ध्यान दिलाया कि ख़ारकीव में, ऊर्जा ढांचे पर हमले विशेष चिन्ता का कारण हैं, क्योंकि वहां ऊर्जा आपूर्ति पहले ही सामान्य क्षमता से बहुत कम है और घर-परिवार ऊर्जा की क़िल्लत से जूझ रहे हैं।
अनेक लोग हताहत: इस बीच OCHA ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया है कि पिछले तीन दिनों के दौरान, ख़ारकीव नगर में हर दिन हमले हुए हैं जिनमें अनेक लोग हताहत हुए हैं, और उनमें बच्चे व गर्भवती महिलाएं भी हैं।
यूक्रेन में विश्व स्वास्थ्य संगठन– WHO के प्रतिनिधि डॉक्टर जैरनो हैबिश्त ने राजधानी कीएफ़ से बातचीत करते हुए कहा है कि यूक्रेन पर फ़रवरी 2022 में रूस का पूर्ण हमला शुरू होने के बाद से गोलाबारी में, औसतन हर साल 200 एम्बुलैंस या तो क्षतिग्रस्त हुई हैं या तबाह हो गई हैं।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, यह बहुत बड़ा नुक़सान है, जिसने यूक्रेन के लोगों को तत्काल चिकित्सा देखभाल से वंचित कर दिया है बता दें कि यूक्रेन युद्ध में देश का स्वास्थ्य ढांचे को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।
स्वास्थ्य ढांचे पर हमले: डॉक्टर जैरनो हैबिश्त ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने, फ़रवरी 2022 के बाद से, देश में स्वास्थ्य ढांचे पर 1,700 से अधिक हमले दर्ज किए गए हैं। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रतिनिधि के अनुसार देश में लगभग एक करोड़ लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, जबकि रूस का पूर्ण हमला शुरू होने के बाद से लोगों के लगभग 20 हज़ार अंग विच्छेदन करने पड़े हैं।
उन्होंने बताया कि ख़ारकीव क्षेत्र में रूस की युद्धक गतिविधियां तेज़ होने के बाद, मानवीय ज़रूरतों में उछाल आ गया है। OCHA के अनुसार वर्ष 2024 में यूक्रेन में मानवीय सहायता के लिए जो 3.1 अरब डॉलर की अपील जारी की गई थी, उसके जवाब में केवल 23 प्रतिशत धनराशि प्राप्त हुई है।