कभी साक्षी मलिक को हराया था, आज ओलंपिक डेब्यू के पहले दौर में हारी पहलवान सोनम मलिक
टोक्यो: युवा भारतीय पहलवान सोनम मलिक को मंगलवार को यहां ओलंपिक में पर्दापण करते हुए महिला 62 किग्रा वर्ग के पहले दौर के मुकाबले में ही मंगोलिया की बोलोरतुया खुरेलखू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
उन्नीस साल की सोनम दो पुश-आउट अंक जुटाकर 2-0 से आगे चल रही थी लेकिन एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता खुरेलखू ने भारतीय पहलवान को गिराकर दो अंक हासिल करते हुए बराबरी हासिल कर ली जबकि मुकाबले में सिर्फ 35 सेकेंड का खेल बचा था।
इसके बाद अंत तक स्कोर 2-2 रहा लेकिन मंगोलिया की पहलवान को अंतिम अंक जुटाने के कारण विजेता घोषित किया गया।
मंगोलिया की पहलवान को अगले दौर में दूसरी वरीय और 2018 की विश्व चैंपियन बुल्गारिया की तैयब मुस्तफा युसेन से हार झेलनी पड़ी जिससे भारतीय पहलवान भी स्पर्धा से बाहर हो गई।युसेन ने खुरेलखू के खिलाफ अपना मुकाबला तकनीकी दक्षता के आधार पर जीता।
सोनम के कोच अजमेर मलिक ने पीटीआई से कहा, निश्चित तौर पर सोनम मंगोलियाई खिलाड़ी की तुलना में बेहतर पहलवान थी लेकिन उसने अति रक्षात्मक रवैया अपनाकर गलती की। यह गलती थी। उसे हालांकि बड़े मंच पर खेलने का अनुभव मिला।
मुकाबले में अधिकांश समय दोनों खिलाड़ियों ने अंक जुटाने के अधिक प्रयास नहीं किए। शुरुआती डेढ़ मिनट में दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को परख रही थी और उन्होंने कोई बड़ा दांव नहीं लगाया।
सोनम ने इसके बाद पुश-आउट अंक के साथ 1-0 की बढ़त बनाई और इसे तीन मिनट के पहले दौर के अंत तक बरकरार रखा।
सोनम ने दूसरे दौर में एक और पुश-आउट अंक के साथ 2-0 की बढ़त बना ली। भारतीय पहलवान के सामने खुरेलखू अधिकांश समय कोई दांव नहीं लगा सकी। मंगोलिया की पहलवान ने इसके बाद हालांकि वापसी करते हुए सोनम का पैर पकड़ा और उन्हें गिराकर दो अहम अंक जुटा लिए।
दो बार की कैडेट विश्व चैंपियन (2017, 2019) सोनम ने अप्रैल में अल्माटी में एशियाई क्वालीफायर के फाइनल में जगह बनाकर तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया था।गौरतलब है कि वह एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकी साक्षी मलिक को भी हरा चुकी है।
बुधवार को रवि दाहिया (57 किग्रा फ्रीस्टाइल), दीपक पूनिया (86 किग्रा, फ्रीस्टाइल) और अंशु मलिक (57 किग्रा, महिला वर्ग) भारत की ओर से चुनौती पेश करेंगे।(भाषा)