रवि दहिया के गांव में आता था सिर्फ 2 घंटे पानी, अब बनेगा इनडोर कुश्ती स्टेडियम (Video)
चंडीगढ़: टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि दहिया ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सोनीपत में अपने पैतृक गांव नाहरी में एक इनडोर कुश्ती स्टेडियम के निर्माण की घोषणा करने के लिए धन्यवाद दिया है।
दहिया के वीडियो संदेश को खट्टर ने ट्विटर पर साझा किया। दहिया ने कहा, हमारे गांव में कुश्ती इंडोर स्टेडियम के निर्माण की घोषणा करने के लिए मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं।
दहिया ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए नौकरियों और नकद पुरस्कारों की घोषणा करने के लिए भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
टोक्यो ओलंपिक में हरियाणा और देश का नाम रोशन करके रवि दहिया आपने देशवासियों को जो खुशी दिलाई है, उसके लिए हम सब आपका धन्यवाद करते हैं।
आप जैसे दूसरे प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने आज कई घोषणाएं की हैं, हम हरियाणा को खेल का सबसे बड़ा हब बनाना चाहते हैं। pic.twitter.com/QqQCw3qO8I
खट्टर ने ट्विटर पर लिखा, तोक्यो ओलंपिक में हरियाणा और देश का नाम रोशन करके रवि दहिया आपने देशवासियों को जो खुशी दिलाई है, उसके लिए हम सब आपका धन्यवाद करते हैं।
उन्होंने कहा, आप जैसे दूसरे प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने आज कई घोषणाएं की हैं, हम हरियाणा को खेल का सबसे बड़ा केन्द्र बनाना चाहते हैं।
दहिया ओलंपिक फ्रीस्टाइल कुश्ती के 57 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन जावुर यूगोव से 4-7 से हार गये थे।
उन्हें राज्य सरकार की नीति के अनुसार ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर चार करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार और प्रथम श्रेणी नौकरी के अलावा रियायती दरों पर जमीन खरीदने का मौका भी मिलेगा।
गांव में आता था सिर्फ 2 घंटे पानी
क्या किसी गांव की किस्मत को एक पहलवान की ओलंपिक में सफलता से जोड़ा जा सकता है? कम से कम हरियाणा के सोनीपत जिले के नाहरी गांव के 15,000 लोग तो ऐसा ही सोचते हैं।
एक ऐसा गांव जहां पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं है। एक ऐसा गांव जहां बिजली केवल दो घंटे ही दर्शन देती है। एक ऐसा गांव जहां उचित सीवेज लाइन नहीं है। एक ऐसा गांव जहां सुविधाओं के नाम पर केवल एक पशु चिकित्सालय है। वह गांव बेसब्री से इंतजार कर रहा है रवि दहिया ओलंपिक से जीता हुआ रजत पदक लेकर लौटे। गांव वाले सोचते हैं कि 24 वर्षीय रवि के पदक जीतने से नाहरी का भाग्य बदल जाएगा।
पहले भी ओलंपियन ने बदली है गांव की किस्मत
महावीर सिंह के ओलंपिक में दो बार देश का प्रतिनिधित्व करने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने उनसे उनकी इच्छा के बारे में पूछा तो उन्होंने गांव में पशु चिकित्सालय खोलने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने इस पर अमल किया और पशु चिकित्सालय बन गया।(भाषा)